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‘अपहरण’ में बेबाकी से दी गयी गालियों को जायज ठहराया माही और वरुण ने

एकता कपूर के नये वेब सीरियल ‘अपहरण’ के ट्रेलर की लॉन्चिंग की कलाकारों ने

 

लखनऊ। एकता कपूर की कम्‍पनी अॅल्‍ट बालाजी अपनी नई पेशकश 12 एपीसोड की वेब सीरीज ‘अपहरण’ लेकर आ रही है। अपहरण के कलाकार माही गिल, अरुणोदय सिंह, वरुण वडोला और निधि सिंह शुक्रवार को लखनऊ में थे। गोमती नगर स्थित एक होटल में इस सीरीज का ट्रेलर लॉन्‍च किया गया। जैसा कि नाम से ही जाहिर है इसकी कहानी अपहरण यानी किडनैपिंग करने वालों के इर्दगिर्द ही घूमने वाली है लेकिन अपहरण की एक खास बात यह है कि इसमें गालियों का प्रयोग धड़ल्‍ले से किया गया है। इसकी झलक जब ट्रेलर से ही दिखायी दी तो पत्रकारों से रूबरू हुए सीरियल के कलाकारों से इस प्रश्‍न पूछना लाजिमी था। लेकिन जिस बेबाकी से सीरियल के अंदर गालियों को जगह दी गयी है, उतनी ही बेबाकी से इस प्रश्‍न का उत्‍तर भी कलाकारों ने दिया।

 

अरुणोदय ने जहां छूटते ही यह कहा कि गाली तो आप लोग भी समाज में सुनते ही होंगे, इसमें आश्‍चर्य की क्‍या बात है, जबकि वरुण वडोला का कहना था कि यह सीरियल जिस विषय पर बनाया गया है और जिन लोगों की कहानी पर बनाया गया है, उनमें इस तरह गाली देना एक आम बात है। उन्‍होंने यह भी कहा कि ये हमारा यह सीरियल वेब सीरियल है, लिहाजा इसे जो देखना चाहता है वह देखे, ट्रेलर देखकर लोगों को काफी अंदाज लग जायेगा कि सीरियल में गालियों का प्रयोग किया गया है ऐसे में अब मर्जी उनकी है कि वे देखें या न देखें।

‘सेहत टाइम्‍स’  ने उनसे पूछा कि बच्‍चों पर इसका क्‍या असर पड़ेगा, इस पर वडोला का साफ कहना था कि बच्‍चों के हाथ में स्‍मार्ट फोन दें कि न दें इसे तो माता-पिता को सोचना चाहिये। यह जिम्‍मेदारी माता-पिता की है। उन्‍होंने कहा कि आजकल तो हर तरह का कंटेन्‍ट नेट पर उपलब्‍ध है, इसलिए इस पर चेक रखने की जिम्‍मेदारी अभिभावकों की है। सीरियल की पूरी कहानी लिखने वाले वडोला ने हालांकि यह माना कि बच्‍चों को इस सीरियल से दूर रखना चाहिये। उन्होंने कहा कि मेरा साढे आठ साल का बेटा खुद इस सीरियल के बारे में जानना चाह रहा था लेकिन मैंने उसे समझाया कि यह सीरियल तुम्‍हें नहीं दिखाया जा सकता, यह तुम्‍हारे लायक नहीं है। वडोला ने बताया कि अपहरण सीरियल की हर कड़ी में पहले यह सूचना दी जायेगी कि यह 18 वर्ष से नीचे वालों के लिए नहीं है।

जब यही सवाल ‘सेहत टाइम्‍स’  ने अभिनेत्री माही गिल से किया तो माही का कहना था कि यह सही है कि गालियों को जायज नहीं ठहराया जा सकता है लेकिन अगर आप सीरियल देखेंगे तो आपको खुद महसूस होगा कि सीरियल में गालियों का प्रयोग जबरदस्‍ती ठूंसा नहीं गया है। जिस वर्ग की कहानी इस सीरियल में दिखायी गयी है, उस वर्ग में रियल लाइफ में गाली-गलौज एक आम भाषा की तरह प्रयोग होती है। माही ने बताया कि उन्‍हें वेब सीरीज में काम करना अच्‍छा लगा है, आगे भी और तरह के सीरियल करने का मौका मिल रहा है। जिस किरदार को निभाने की चाहत है, उसके बारे में पूछने पर माही ने बताया कि मैं चाहती हूं कि कॉमेडी के किरदार को निभाऊं। उनसे पूछा गया कि अगर आपको किसी का अपहरण करने का मौका मिले तो किसका अपरहरण करेंगी, इस पर माही ने तपाक से कहा कि एकता कपूर के दिमाग का। माही ने कहा कि एकता कपूर के पास इतना दिमाग है जिसे वह सीरियल बनाने में खर्च करती हैं, जिसका कोई जवाब नहीं। माही को लखनऊ बहुत पसंद है।

 

‘अपहरण’ एक जाने-माने पुलिस वाले की कहानी है, जोकि खुद को ऐसी स्थिति में डाल लेता है, जहां उसे ना केवल पैसों के लिए जद्दोजेहद करनी होती है, बल्कि अपने प्‍यार अपनी पत्‍नी के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है। खुद को बचाये रखने के इस संघर्ष के दौरान उसे अपहरण के बीच में से रास्‍ता निकालना होगा जोकि एक अनजान हत्‍या से जुड़ा हुआ है। इस सीरीज में उस समय मोड़ आ जाता है जब झूठ के जाल से बाहर निकलने के लिये उसे अपने ही अपराध की छानबीन करनी होती है।