-एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान 80 से ज्यादा शोध पत्र प्रकाशित हुए डॉ विनय सुरेश के
-ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में पीजी इन क्लीनिकल एवं थेरेप्यूटिक न्यूरोसाइंसेज में मिला प्रवेश
सेहत टाइम्स
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय केजीएमयू के एमबीबीएस 2019 बैच के इंटर्न छात्र डॉ. विनय सुरेश के सम्मान में आज 23 मई को एक प्रेरणात्मक व्याख्यान सत्र का आयोजन किया गया। प्रतिभाशाली डॉ विनय सुरेश के एम०बी०बी०एस० पाठ्यक्रम पूर्ण करने की अवधि के दौरान उनके लगभग 80 से भी अधिक शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं तथा उन्होंने कई अंतर्राष्ट्रीय सेमिनारों का प्रतिनिधित्व भी किया है।
यह जानकारी एक विज्ञप्ति में देते हुए केजीएमयू के मीडिया सेल द्वारा बताया गया है कि डा० विनय सुरेश ने अपनी शैक्षणिक उत्कृष्टता, विलक्षण प्रतिभा एवं अथक परिश्रम के बल पर विश्वविख्यात ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, यूनाइटेड किंगडम में वर्ष 2025 के लिए पीजी पाठ्यक्रम (क्लीनिकल एवं थेरेप्यूटिक न्यूरोसाइंसेज) में प्रवेश प्राप्त किया है, साथ ही इस पाठ्यक्रम के लिए उन्हें $ 80,000 (लगभग ₹ 72 लाख) की प्रतिष्ठित छात्रवृत्ति भी प्राप्त हुई है।

इसीके दृष्टिगत डा० विनय सुरेश द्वारा के०जी०एम०यू०, उ०प्र० लखनऊ के विभिन्न संकायों के छात्र-छात्राओं एवं संकाय सदस्यों को प्रेरित करने के उद्देश्य से व्याख्यान सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें डा० विनय सुरेश द्वारा अपने शैक्षणिक तथा रिसर्च के क्षेत्र में अर्जित महत्वपूर्ण उपलब्धियों से सम्बन्धित अनुभवों को साझा करते हुए उच्च शिक्षा की संभावनाओं, वैश्विक अवसरों तथा अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया। डा० विनय द्वारा अपने व्याख्यान के अंत में विभिन्न यू०जी०/पी०जी० छात्र-छात्राओं के रिसर्च सम्बन्धी प्रश्नों के उत्तर भी दिये गये जिससे वे अपने रिसर्च के दौरान आने वाली विभिन्न प्रकार की समस्याओं का निराकरण कर सकें।
इस अवसर पर प्रो० आर०ए०एस० कुशवाहा, अधिष्ठाता, छात्र कल्याण, दंत संकाय से प्रो० नन्दलाल, मानसिक विभाग से डा० सुजीत कुमार कार, रेस्पाइरेटरी मेडिसन विभाग से डा० दर्शन कुमार बजाज के साथ-साथ अन्य पी०जी० रेजीडेंट्स उपस्थित रहे। अंत में प्रो० आर०ए०एस० कुशवाहा द्वारा डॉ० विनय सुरेश को उनकी इस असाधारण उपलब्धि पर चिकित्सा विश्वविद्यालय की ओर से प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की।
अंत में सभागार में उपस्थित समस्त छात्र-छात्राओं, रेजीडेंट चिकित्सकों एवं शिक्षकण ने उनके सम्मान स्वरूप खड़े होकर उनका अभिनन्दन किया और करतल ध्वनि से व्याख्यान की सराहना की। डॉ. विनय सुरेश द्वारा प्रस्तुत व्याख्यान सत्र का आयोजन सभी छात्र-छात्राओं व अन्य संकाय सदस्यों को न केवल प्रेरित करने वाला रहा, बल्कि उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने शैक्षणिक एवं शोध के क्षेत्र में लक्ष्य निर्धारित करने के लिए प्रोत्साहित करने वाला भी सिद्ध हुआ।
