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जुलाई माह से केजीएमयू को 50 प्रतिशत बिजली मिलेगी सौर ऊर्जा से

-पर्यावरण बचाने के लिए केजीएमयू गूंज और यूनिसेफ उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में नेचर वॉक का आयोजन

सेहत टाइम्स

लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ बिपिन पुरी ने पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता व पर्यावरण में बढ़ते तापमान के दुष्प्रभाव को एक अहम मुद्दा बताते हुए कहा है कि पर्यावरण में कार्बन उत्सर्जन को कम करना होगा। उन्होंने पुनर्उपयोग ऊर्जा रीयूजेबुल एनर्जी का प्रयोग करने की अपील करते हुए बताया कि चिकित्सा विश्वविद्यालय परिसर में लगभग 50% इमारतों में सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं। इसका लोकार्पण आगामी जुलाई माह में मुख्यमंत्री द्वारा किया जाएगा, इस प्रकार चिकित्सा परिसर में 50% से अधिक बिजली सूर्य ऊर्जा से प्राप्त की जाएगी।

कुलपति ने यह बात आज केजीएमयू परिसर में प्रातः 6:00 बजे रेडियो केजीएमयू गूंज 89.6 मेगाहर्ट्ज व यूनिसेफ के सहयोग से आयोजित क्लाइमेट चेंज अवेयरनेस कार्यक्रम के तहत नेचर वॉक के आयोजन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में कही। इस मौके पर उपस्थित केजीएमयू की कुलसचिव रेखा एस चौहान ने कहा कि प्रकृति में हो रहा बदलाव एक गंभीर विषय है। उन्होंने कहा कि वातावरण में हो रहे ग्लोबल वार्मिंग के कारण तमाम तरह की बीमारियां तथा प्लास्टिक की वजह से जानवरों तक की जान जा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमें ई वेस्ट की तरफ ध्यान देना होगा क्योंकि आने वाले समय में यह एक सबसे ज्यादा मानसिक अवसाद का कारण बनेगा, इससे हमें व हमारी आने वाली पीढ़ी को बचने की आवश्यकता है।

इस मौके पर रेडियो केजीएमयू के सलाहकार डॉ विनोद जैन ने कहा कि हमें वातावरण व निजी स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, उन्होंने इसके लिए विशेष तौर पर अभिभावकों को जागरूक होने को कहा और बताया कि स्वच्छ पेयजल से हम तमाम प्रकार की बीमारियों से बच सकते हैं, साथ ही अपने स्तर से हर छोटे-छोटे प्रयासों से अपने वातावरण को स्वच्छ रखने में बहुमूल्य योगदान दे सकते हैं।

इससे पूर्व कार्यक्रम में आए हुए लोगों का स्वागत करते हुए रेडियो केजीएमयू गूंज के अधिशासी अधिकारी डॉ के के सिंह ने कहा कि पर्यावरण में परिवर्तन होने से हो रहे तीन महत्वपूर्ण बदलावों मिट्टी के कटाव, नदियों का जलस्तर व सांस लेने वाली हवा में प्रदूषण को रोकने की दिशा में हमें खुद को जागरुक करते हुए समाज के लोगों को भी जागरूक करना होगा। इस मौके पर उन्होंने एक स्लोगन ‘हवा पानी मिट्टी का रखो खयाल, तब होगा हमारा भविष्य खुशहाल’ भी जारी किया। समारोह में मुख्य रूप से यूनिसेफ उत्तर प्रदेश की टीम, केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एस एन संखवार, प्रोस्थोडॉन्टिक्स विभाग के डॉ भास्कर अग्रवाल, सर्जरी विभाग के डॉ जितेंद्र कुशवाहा के साथ ही चिकित्सा विश्वविद्यालय के अनेक कर्मचारी व केजीएमयू गूंज की पूरी टीम, इंस्टीट्यूट ऑफ़ नर्सिंग पैरामेडिकल विज्ञान संकाय के शिक्षक व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पर्यावरण को बचाने के प्रति जागरूकता फैलाने की शपथ भी दिलायी गई। कार्यक्रम में पिछले दिनों एडवांस लर्निंग स्कूल खदरा, केजीएमयू इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग व पैरामेडिकल विज्ञान संकाय में आयोजित पोस्टर व स्लोगन प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया, इसके अलावा क्लाइमेट चेंज से संबंधित जागरूकता के लिए केजीएमयू डाइटिशियन समूह के द्वारा आयोजित नुक्कड़ नाटक के कलाकारों को भी पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिताओं को सफल बनाने में अपना योगदान देने वाले इंस्टीट्यूशन के कोऑर्डिनेटर्स को भी सम्मानित किया गया। समारोह में धन्यवाद ज्ञापन रेडियो केजीएमयू की स्टेशन मैनेजर शालिनी गुप्ता द्वारा दिया गया, तथा कार्यक्रम का संचालन आरजे रानी राजेश्वरी दास द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रोग्रामिंग हेड कस्तूरी सिंह, अभिषेक यादव, दीपक दीक्षित, आरजे प्रतिमा, आरजे अभि, पीयूष श्रीवास्तव के साथ ही कुलपति कार्यालय के अमित शुक्ला व समस्त कर्मचारियों का विशेष सहयोग रहा।

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