लखनऊ। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. अनीता भटनागर जैन ने किडनी चोरी के आरोपों पर किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्व विद्यालय के दोनों चिकित्सकों डॉक्टर संदीप तिवारी और डॉक्टर आनंद मिश्रा को क्लीन चिट दे दी है साथ ही झूठे आरोप लगाकार केजीएमयू और डॉक्टरों की छवि धूमिल करने के लिए नियमों के अंतर्गत शिकायतकर्ता के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही करने के लिए केजीएमयू से कहा है। माना जा रहा है कि केजीएमयू प्रशासन शीघ्र ही झूठी शिकायत करने वाले शिकायतकर्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की काररवाई करेगा।
उच्च स्तरीय तकनीकी जांच का हवाला दिया अपर मुख्य सचिव ने
अपर मुख्य सचिव डॉ जैन ने बताया कि विगत दिनों कुछ समाचार पत्रों में प्रकाशित यह समाचार कि जनपद बाराबंकी के भवानी बक्स मजरा निवासी पृथ्वीराज पुत्र राजाराम की किडनी केजीएमयू के डाक्टरों द्वारा चोरी किए जाने के कथित आरोपों की उच्च स्तरीय तकनीकी जांच कराये जाने पर यह आरोप गलत पाये गये।
यह जांच कमेटी प्रो आरके शर्मा, विभागाध्यक्ष नेफ्रोलॉजी विभाग, एसजीपीजीआई की अध्यक्षता में गठित की गई थी। समिति द्वारा प्रस्तुत जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि आरोपकर्ता की दाहिनी किडनी उपलब्ध है तथा किडनी गायब होने सम्बन्धी आरोप निराधार है। आरोपकर्ता द्वारा जनपद-बाराबंकी में अभियोग भी पंजीकृत कराया गया है।
कुलसचिव को दिये हैं शिकायतकर्ता के खिलाफ एफआईआर लिखाने के निर्देश
डॉ. अनिता भटनागर जैन ने बताया है कि जांच रिपोर्ट की एक प्रति जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक, बाराबंकी को आवश्यक कार्यवाही हेतु भेजी गयी है। साथ ही केजीएमयू तथा सम्बन्धित डाक्टरों की छवि धूमिल करने के लिए शिकायतकर्ता के विरुद्ध संबंधित अधिनियम के सुसंगत नियमों के तहत कार्यवाही करने के निर्देश कुलसचिव, केजीएमयू को दिए गये है, ताकि फर्जी शिकायतों पर अंकुश लगे।
अब शिकायतकर्ता के खिलाफ जल्दी ही रिपोर्ट दर्ज कराये जाने की संभावना है क्योंकि जब पीजीआई से जांच रिपोर्ट आयी थी और पता चला था कि किडनी गायब नहीं हुई है, तथा शिकायत झूठी है, तभी केजीएमयू प्रशासन ने तय कर लिया था कि शासन से रिपोर्ट आने के बाद रिपोर्ट लिखाने की कार्यवाही की जायेगी। अब चूंकि शासन से क्लीन चिट मिल चुकी है तो समझा जा रहा है कि आगे की कार्यवाही जल्दी होगी।