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मिशन निदेशक जी, दिवंगत कर्मी की बीमा राशि जल्दी दिलवा दीजिये, वर्ना माता-पिता विहीन बच्चे सड़क पर आ जायेंगे

-संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के महामंत्री योगेश उपाध्याय ने मिशन निदेशक को लिखा पत्र

योगेश उपाध्याय

सेहत टाइम्स

लखनऊ। पिता के साये से वंचित बच्चों के सिर से मां, जो कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश के तहत संविदा पर लैब टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत थी, का भी साया उठने के बाद पैदा हुए हालातों ने बच्चों को झकझोर कर रख दिया है, हालात ऐसे हो गये हैं कि बैंक से लिया गया कर्ज न चुका पाने की स्थिति में घर से भी बेघर होने की स्थिति आ गयी है। माता-पिता के साये से विहीन बच्चों की दयनीय स्थिति से द्रवित होकर संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ ने मिशन निदेशक को पत्र लिखकर मृतक कर्मचारी के लिए एनएचएम से अनुमन्य 30 लाख की बीमा राशि शीघ्र दिलाने की मांग की है।

इस बारे में जानकारी देते हुए संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के महामंत्री योगेश उपाध्याय ने बताया कि संघ की ओर से मिशन निदेशक को पत्र लिखा गया है। पत्र में कहा गया है कि दिवंगत हो चुकी अमिता, जो नगरीय स्वास्थ्य केन्द्र, हलालपुर, जनपद सहारनपुर में लैब टेक्नीशियन (संविदा) के पद पर कार्यरत थीं, का निधन बीती 28 दिसम्बर 2024 को हो गया था। वे लगभग 15 वर्षों तक विभाग की सेवा में कार्यरत रहीं तथा सदैव कर्तव्यनिष्ठा एवं सेवा भावना का परिचय देती रहीं।

पत्र में लिखा है कि अमिता की मृत्यु के पश्चात उनके परिवार पर भारी संकट आ पड़ा है। दिवंगता के पति पूर्व में ही स्वर्गवासी हो चुके हैं। उनकी तीन संतानों में दो पुत्र नाबालिग हैं एवं एक पुत्री बालिग है, जो अपने छोटे भाइयों की देखरेख कर रही है। पत्र में लिखा गया है कि अमिता द्वारा अपनी पुत्री की पढ़ाई (लैब टेक्नीशियन कोर्स) के लिए एक निजी बैंक से ऋण लिया गया था, जो अभी तक चुकाया नहीं जा सका है। अब बैंक द्वारा ऋण वसूली के​ लिए धारा 13 (8) के अंतर्गत नोटिस जारी किया गया है। बैंक द्वारा 20 दिनों का समय दिया गया है, यदि समय रहते यह भुगतान नहीं हो पाता तो बैंक द्वारा उनके घर को नीलाम करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी।

पत्र में लिखा गया है कि ऐसी गंभीर एवं संवेदनशील परिस्थिति में संघ आपसे अपील करता है कि एनएचएम द्वारा अनुमन्य ₹30 लाख की बीमा राशि को त्वरित स्वीकृति प्रदान करते हुए उक्त परिवार को शीघ्र उपलब्ध कराई जाए, जिससे वे ऋण चुका सकें और अपने आश्रयस्थल को बचा सकें। संघ ने कहा है कि आपकी यह मानवीय पहल न केवल दिवंगत कर्मी के परिवार को संकट से उबारने वाली होगी, बल्कि विभाग की संवेदनशीलता का प्रतीक भी बनेगी।

100 परिवारों को मृतक आश्रित बीमा राशि का इंतजार

पत्र में इस प्रकरण में त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही के लिए संबंधित शाखा को निर्देशित करने का अनुरोध करते हुए अनुरोध किया गया है कि विगत एक वर्ष मे लगभग 100 मृतक आश्रितों को बीमा का लाभ अभी प्राप्त नहीं हुआ है, जिस पर त्वरित कार्यवाही करने की आवश्यकता है।

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