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केजीएमयू में हैट्रिक से हुई रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी की शुरुआत

-रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण करने वाला यूपी का पहला सरकारी संस्थान बना केजीएमयू

-तीनों मरीजों की आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त हुई रोबोटिक सर्जरी

सेहत टाइम्स

लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय केजीएमयू में रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी की शुरुआत आज 13 जून को हो गयी। संस्थान के ऑर्थोपैडिक विभाग में इसकी शुरुआत एक दिन में सफलतापूर्वक तीन प्रत्यारोपण सर्जरी से हुई, इन तीनों ही मरीजों को यह सुविधा आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदान की गयी है। केजीएमयू के इतिहास में पहली बार के साथ ही उत्तर प्रदेश के किसी भी सरकार संस्थान में पहली बार रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी की गयी है।

यह जानकारी केजीएमयू के मीडिया सेल द्वारा जारी विज्ञप्ति में देते हुए बताया गया है कि इस सर्जरी करने वाली टीम में ऑपरेटिंग सर्जन: डॉ. आशीष कुमार, विभागाध्यक्ष, ऑर्थोपेडिक्स और उनकी टीम के सलाहकार डॉ. कुमार शांतनु, डॉ. दीपक कुमार, डॉ. संजीव कुमार, डॉ. अर्पित और डॉ. रवींद्र के साथ डॉ. नील कमल और उनकी एनेस्थीसिया टीम शामिल रही। सर्जरी टीम में रेजिडेंट डॉक्टर्स, ओटी स्टाफ के अलावा रोसा, ज़िमर की रोबोटिक इंजीनियर टीम भी शामिल थी।

मीडिया प्रवक्ता के अनुसार जिन तीन रोगियों का आज घुटना प्रत्यारोपण किया गया है उनमें दोनों घुटनों में ऑस्टियोआर्थराइटिस के शिकार 65 वर्षीय राम जतन, दोनों घुटनों में ऑस्टियोआर्थराइटिस से ग्रस्त 75 वर्षीय राम जतन तथा दोनों घुटनों में ऑस्टियोआर्थराइटिस के शिकार 61 वर्षीय गोरख सिंह शामिल हैं।

प्रवक्ता के अनुसार यह उपलब्धि KGMU में आर्थोपेडिक देखभाल की उन्नति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, रोबोटिक तकनीक के साथ बेहतर सटीकता, तेजी से रिकवरी और सभी के लिए सस्ती कीमत पर बेहतर रोगी परिणाम सुनिश्चित करना कुलपति पद्मश्री प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद और आर्थोपेडिक्स विभाग का लक्ष्य है। उन्होंने बताया है कि ये सर्जरी बहुत जल्द एक नियमित विशेषता बन जाएगी।

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