-भारत के 12 प्रदेशों के अलावा 6 अन्य देशों के 88 सदस्य भाग लेंगे सम्मेलन में, 30 जुलाई को दिल्ली से होंगे रवाना
सेहत टाइम्स
लखनऊ। विश्व हिन्दी सचिवालय और आईपी फ़ाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आगामी 3 एवं 4 अगस्त को मॉरीशस में अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इसमें भारत के 12 प्रदेशों से तथा 6 अन्य देशों से 88 प्रतिभागी भाग लेने मारीशस जा रहे हैं। आई पी फाउन्डेशन के नेतृत्व में यह दल 21 झंडे लहराकर 30 जुलाई की सुबह नयी दिल्ली से मॉरीशस के लिए रवाना होगा।
आई पी फ़ाउंडेशन की ट्रस्टी डॉ स्मिता मिश्रा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार संयुक्त राष्ट्र में हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दिलाने के प्रयास कर रही है, इस दिशा में काफ़ी प्रगति हुई है, लेकिन अभी और प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। डॉ स्मिता ने बताया कि यह हम सबके लिए बहुत ख़ुशी की बात है कि संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) में हिंदी का उपयोग किया जा रहा है। वे हिन्दी का उपयोग सोशल मीडिया और समाचार पत्रों में कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आई पी फ़ाउंडेशन हिन्दी के प्रचार प्रसार में अपना सतत योगदान देता रहता है। इसी कड़ी में अब विश्व हिन्दी सचिवालय में अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक और सांस्कृतिक उत्सव करने जा रहा है ।
उन्होंने कहा है कि मॉरीशस में बहुत से लोग भारतीय मूल के हैं और हिन्दीभाषी हैं। प्रधानमंत्री मोदी की सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए उल्लेखनीय कार्य कर रही है। डॉ स्मिता मिश्रा ने विश्वास व्यक्त किया है कि आई पी फाउन्डेशन के इस प्रयास से भारत सरकार को और बल मिलेगा। इस सम्मेलन के लिए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक मध्य प्रदेश के कुलपति प्रो श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी, राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के अध्यक्ष प्रो डॉ सूर्यप्रसाद दीक्षित, संगीत नाटक अकादमी भारत सरकार के सदस्य नंदलाल नायक सहित अनेक लोगों ने सम्मेलन के लिए अपनी शुभकामनाएं दी हैं।