-लखनऊ ऑप्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी ने आयोजित की सीएमई, अनेक विशेषज्ञों ने दिए प्रेजेंटेशन
-सूजन कम करने के लिए बाजार में आये रॉश के नए मॉलिक्यूल के बारे में भी दी गयी जानकारी
सेहत टाइम्स
लखनऊ। Age related macular degeneration AMD और diabetic retinopathy से भारत में बड़ी संख्या में लोग विशेषकर बड़ी उम्र के लोग ग्रस्त हैं। इस बीमारी में आँख का पर्दा (रेटिना) में तारा बिंदु (मैक्युला) में सूजन आने से दृष्टि बाधित होने लगती है, बढ़ती उम्र की बीमारी होने के कारण इसका स्थायी इलाज तो नहीं है लेकिन ऐसे इंजेक्शन उपलब्ध हैं जिनके लगाने से सूजन कम हो जाती है और रोगी राहत महसूस करता है। ऐसा ही एक नया इंजेक्शन (मॉलिक्यूल) बाजार में आया है जिसे रॉश कम्पनी ने लॉन्च किया है।
यह जानकारी लखनऊ ऑप्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी के महासचिव डॉ जतिन्दर वाही ने देते हुए बताया कि शनिवार 25 मई को यहां गोमती नगर स्थित एक होटल में UPSOS CME series का आयोजन किया गया इसमें मैक्युला में सूजन होने पर किये जाने वाले उपचार पर विशेषज्ञों ने अपने प्रेजेंटेशन दिए। उन्होंने बताया कि आजकल के पर्यावरण में बढ़ती उम्र के साथ आँख का पर्दा में तारा बिंदु, जहां पर रौशनी बनती है, ग्रसित होने लगता है, जिससे देखने की क्षमता कम होने लगती है तारा बिंदु में सूजन मधुमेह के कारण भी होने लगती है और कई बार इसके कारण भी पता नहीं होते हैं।
विशेषज्ञों ने बताया कि सूजन कम करने के लिए लगाए जाने वाले इंजेक्शन एक-एक माह के अंतर पर लगाए जाते हैं, तीन या चार इंजेक्शन लगाने के बाद फिर से मरीज कीआंख के परदे का सीटी स्कैन कराकर सूजन की स्थिति की जांच कर आगे का ट्रीटमेंट तय करते हैं। इस सीएमई में नॉएडा से यू पी ऑप्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी की महासचिव डॉ मोहिता शर्मा, कानपुर से यू पी ऑप्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी के पास्ट चेयरमैन डॉ मलय चतुर्वेदी, लखनऊ ऑप्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ मनोज गोविला, लखनऊ ऑप्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी के महासचिव डॉ जतिन्दर वाही, लखनऊ ऑप्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी की संयुक्त सचिव डॉ जिमी मित्तल, डॉ आर एम सिंह, डॉ एस के भास्कर, डॉ प्रमोद डेविड सहित बड़ी संख्या में नेत्र रोग विशेषज्ञ उपस्थित रहे।