-वर्ल्ड मूवमेंट डिसऑर्डर डे (29 नवम्बर) पर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में आयोजित हुआ जागरूकता कार्यक्रम
सेहत टाइम्स
लखनऊ। वर्ल्ड मूवमेंट डिसऑर्डर डे प्रतिवर्ष 29 नवम्बर को मनाया जाता है। इस उपलक्ष्य में डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के न्यूरोलॉजी विभाग ने 28 नवम्बर को मूवमेंट डिसऑर्डर के मरीजों के साथ एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।
प्रो0 दिनकर कुलश्रेष्ठ ने मरीजों को विस्तार में मूवमेंट डिसऑर्डर क्या है और पार्किंसन रोग, कंपन, डिस्टोनिया,कोरिया इसके कुछ प्रकार हैं के बारे में बताया।
प्रो0 अब्दुल कवि ने इस साल के वर्ल्ड मूवमेंट डिसऑर्डर डे के विषय फाइटिंग स्टिगमा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन बीमारियों के कारण होने वाले सामाजिक भेदभाव और स्टिगमा जो कि इन मरीजों की दिनचर्या को प्रभावित करता है, उसका कैसे सामना किया जाये, स्वंय को कैसे मजबूत/दृढ़ बनाया जाये के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि दवाई/इंजेक्शन के माध्यम से इनसे कैसे निजात पाया जा सकता है।
प्रो0 प्रदीप मौर्या ने मरीजों के साथ होते सामाजिक भेदभाव से जुड़े सवालों के जवाब दिये। उन्होंने अपने सम्बोधन में मरीजो एवं उनके परिजनो से निवेदन किया कि इस बीमारी से लड़ने के लिए जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण की आवश्यकता है। प्रो0 ए0के0 सिंह, विभागाध्यक्ष न्यूरोलॉजी विभाग ने बताया कि ऐसी बीमारियाँ समय के साथ बढ़ती हैं और जितना जल्द इलाज मुहैया कराया जाए उतना ही जल्दी फ़ायदा होने की संभावना होती है।
प्रो0 वी0एस0 गोगिया,विभागाध्यक्ष,पी0एम0आर0 और डॉ0 यशवीर, एसोसिएट प्रोफेसर, पी0एम0आर0 ने इन बीमारियों में अपनी दिनचर्या को नियंत्रित रखने के लिए थेरेपी कराये जाने पर जोर दिया।