-यूपीटीबीकॉन 2022 में पहले दिन तीन कार्यशालाएं आयोजित
सेहत टाइम्स
लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के पल्मोनरी क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग द्वारा आयोजित की जा रही टीबी एवं श्वास रोग की 16वीं वार्षिक कॉन्फ्रेंस यूपीटीबीकॉन 2022 में आज पहले दिन तीन कार्यशालाएं आयोजित की गयीं।
आयोजन सचिव पल्मोनरी क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ वेद प्रकाश ने बताया कि प्रथम कार्यशाला में पल्मोनरी फंक्शन की बेसिक एवं एडवांस जांचों के बारे में जानकारी दी गई। इसके मुख्य वक्ता चेस्ट रिसर्च फाउंडेशन पुणे के डायरेक्टर डॉ संदीप साल्वी रहे। इस कार्यशाला में प्रतिभागियों को फेफड़े की जांच को उन्नत मशीनों द्वारा किस तरह से किया जाता है, इसके बारे में जानकारी दी गई।
उन्होंने बताया कि दूसरी कार्यशाला में निद्रा में स्वास्थ्य संबंधी विकारों पर चर्चा हुई, इसमें मुख्य व्याख्यान एवं निर्देशन ईएसआई पीजीआई नई दिल्ली की प्रोफेसर डॉ दीप्ति गोठी रहीं, इस कार्यशाला में निद्रा के समय अधिक खर्राटे आना और निद्रा में होने वाली दूसरी अन्य श्वास संबंधी बीमारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई, साथ ही स्लीप स्टडी करना सिखाया गया।
तीसरी कार्यशाला में क्रिटिकल केयर सेंटर यानी सघन चिकित्सा केंद्र के बारे में मुख्य वक्ता विश्व विख्यात डॉक्टर भूतपूर्व प्रोफेसर हेड ऑफ डिपार्टमेंट पीसीसीएम-पीजीआई चंडीगढ़ के डॉ दिगंबरा बेहरा ने अत्यधिक बीमार रोगियों के इलाज के बारे में जानकारी दी। इसके अतिरिक्त वेंटिलेटर, बाइपेप, एनआईवी इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी।
कांफ्रेंस के पहले दिन बीसी राय अवॉर्डी एवं भूतपूर्व डायरेक्टर वल्लभभाई पटेल चेस्ट संस्थान नई दिल्ली के डॉ राजेंद्र प्रसाद, पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर राजीव गर्ग, पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर आरएएस कुशवाहा, डॉक्टर दिशा घोरपडे, डॉ आनंद श्रीवास्तव, डॉ ज्योति बाजपेई, डॉ दर्शन बजाज, डॉक्टर अंकित कटियार, डॉक्टर संतोष कुमार, डॉ प्रतिभा डोगरा, डॉ जिया हाशिम, डॉ अंशुल जैन, डॉ मयंक सक्सेना डॉ मंजूनाथ, डॉ बीपी सिंह, डॉ विजय हड्डा, डॉ गौरव चौधरी, डॉ अरविंद अरविंद, डॉ अरमीन, डॉ मानसी गुप्ता सम्मिलित हुए और अपने व्याख्यान दिए। डॉ वेद प्रकाश ने कार्यशाला में आए हुए प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। आयोजन कमेटी के डॉ सचिन कुमार, डॉ हेमंत कुमार अग्रवाल, डॉ मोहम्मद आरिफ, डॉ मृत्युंजय सिंह, डॉ अनुराग त्रिपाठी आदि ने सफलतापूर्वक कार्यक्रम का आयोजन किया।