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केजीएमयू में अब ट्रूनेट से नहीं होगी कोविड की जांच

-केस हुए कम, अब 4 से 5 घंटे में मिल रही आरटीपीसीआर से कोविड जांच की रिपोर्ट

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। वैश्विक महामारी कोविड-19 का प्रकोप धीरे-धीरे समाप्ति की ओर है। पिछले कुछ दिनों से जांच रिपोर्ट में पॉजिटिव केस बहुत ही कम आ रहे हैं। ऐसी सुखद स्थितियों को देखते हुए किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय ने फैसला किया है कि ट्रूनेट मशीन से कोविड की जांच बंद कर दी जाये, सिर्फ आरटीपीसीआर विधि से ही जांच की जायेगी।

यह जानकारी देते हुए केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की हेड प्रो अमिता जैन ने कहा है कि विभाग द्वारा वैश्विक महामारी के आरंभ से ही कोविड जांच में अतुलनीय योगदान प्रदान किया गया है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा न केवल जांचें की गईं अपितु पूरे उत्तर प्रदेश के कई केंद्रों में जांच सुविधा सुदृढ़ भी की गई।

उन्‍होंने कहा कि इसी का नतीजा है कि विभाग की सेवाओं की प्रदेश सरकार तथा केंद्र सरकार द्वारा सराहना की गई। उन्‍होंने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि गत दिनों से कोविड की जांचों में बहुत कम रोगियों में रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। विभाग की लैब से गंभीर रोगियों की और आकस्मिक रोगियों की जांचें आरटीपीसीआर RTPCR द्वारा 4 से 5 घंटों में ही उपलब्ध करा दी जाती है। इससे अब ट्रूनेट जांच अप्रासंगिक हो चुकी है। इस जांच में व्यय लगभग 3 से 4 गुणा अधिक आता है। प्रो अमिता का कहना है कि ऐसी स्थिति में यह निर्णय लिया गया है कि वर्तमान स्थितियों में यह जांच अनावश्यक है और आरटीपीसीआर RTPCR द्वारा ही अब जांचें की जायें। ट्रूनेट जांच की अनुपयोगिता को देखते हुए इसे सीमित रोगियों में करने का निर्णय लिया गया है।