-जयंती पर केजीएमयू में आयोजित समारोह में कुलपति ने व्यक्त किये विचार
सेहत टाइम्स
लखनऊ। केजीएमयू के कुलपति ले0जन0(डा0) बिपिन पुरी ने सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि यदि सरदार वल्लभ भाई पटेल न होते तो शायद भारत में सभी राज्यों का विलय करना बहुत ही कठिन होता।
कुलपति यहां 31अक्टूबर को किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाये जाने के मौके पर सरदार पटेल के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आयोजित एक व्याख्यान माला में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य में सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसे ढृढ़, राष्ट्रभक्त, अनुशासित एवं राष्ट्रीय एकता के प्रतीक के पदचिन्हों पर चलने की नितांत आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से 560 से अधिक रियासतों में बंटे तत्कालीन भारत को वल्लभ भाई ने एकसूत्र में पिरोया।
उन्होंने कहा कि साथ ही यह भी याद दिलाना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि जब सम्पूर्ण भारत अपनी आजादी के हर्षोल्लास में भावविभोर हो रहा था, तब वल्लभ भाई के मन में राष्ट्र की एकता तथा सम्प्रभुता के सपने को साकार करने का भीष्म प्रण हिलोरे ले रहा था।
कार्यक्रम में प्रति कुलपति डा0 विनीत शर्मा समेत डा0 के के सिंह, डा0 ए के श्रीवास्तव, डा0 आरएएस कुशवाहा, डा0 जितेन्द्र कुमार कुशवाहा , फैकल्टी व छात्र, कर्मचारी गण उपस्थित रहे।