संक्रामक बीमारियों को न्योता दे रही नगर निगम की लापरवाही
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ते हुए अगर देखना हो तो यहां लखनऊ स्थित देश-विदेश के मरीजों का उपचार करने वाले संजय गांधी PGI के बाहर देखिये, यहां स्थित सरस्वती पुरम में पड़े कूड़े को देखकर आपको लगेगा ही नहीं कि आप किसी विश्व स्तरीय चिकित्सा संस्थान के बाहर खड़े हैं।
सरकार मेडिकल टूरिज्म की बात करती है, लेकिन नगर निगम का यह रवैया जहां विदेश के लोगों के बीच बदनामी फैला रहा है, वहीं इस इलाके के लोगों को संक्रामक बीमारियों की ओर धकेल रहा है। आपको बता दें कि पीजीआई में रोजाना हजारों मरीज और उनके परिवार के लोग आते हैं।
आईएमए से जुड़े और वर्षों से सामाजिक सरोकारों से अपने आप को जोड़े रखने वाले सामाजिक सरोकार मंच के डॉ पीके गुप्ता ने बताया कि यद्यपि हम लोगों की नगर निगम के जिम्मेदारों से कूड़ा उठाने के मसले पर बात हो चुकी है लेकिन अफसोस है कि नियमित रूप से कूड़ा नहीं उठाया जाता है।
डॉ गुप्ता ने कहा कि हम दूसरों को नसीहत देते हैं कि किसी रोग के इलाज से बेहतर है रोग से बचाव, लेकिन इस मेडिकल हब वाले क्षेत्र में रहने वाले डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफ और अन्य नागरिकों की स्थिति ऐसी है जो चाहकर और जानकर भी इन नसीहतों पर अमल नहीं कर सकते।