एनएचएम के तहत सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में यह सुविधा उपलब्ध करा रखी है केंद्र ने
जिला अस्पतालों पर 56, सीएचसी पर 39, पीएचसी पर 19 तथा स्वास्थ्य उप केंद्रों पर 7 प्रकार के टेस्ट की सुविधा
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने लोकसभा में दी जानकारी
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ/नयी दिल्ली। केंद्र सरकार ने यह साफ कर दिया है कि आम आदमी के स्वास्थ्य और उनके लिए अस्पताल की उपलब्धता की जिम्मेदारी राज्य सरकारों की है इसलिए इन अस्पतालों में मरीजों की जांच के लिए उपलब्ध प्रयोगशालाओं के क्रियाशील रहने की जिम्मेदारी भी राज्यों की है। इस कार्य में राज्यों की सहायता के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) का गठन 2015 में किया जा चुका है, इसके तहत राज्य सरकारों को जिला अस्पतालों से लेकर स्वास्थ्य उप केंद्रों तक पर रोग की डायग्नोसिस के लिए जांच की सुविधा उपलब्ध करानी चाहिये। हर स्तर के इन स्वास्थ्य केंद्रों पर जो जांचें होनी चाहिये वह भी निर्धारित है। इसके अनुसार जिला अस्पतालों पर 56 प्रकार के, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 39, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 19 तथा स्वास्थ्य उप केंद्रों पर 7 प्रकार के टेस्ट फ्री में कराये जाने की सुविधा मरीजों को मिलनी चाहिये।
यह जानकारी आज शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने लोकसभा में सांसद सुनील कुमार सिंह के द्वारा पूछे गये प्रश्न के उत्तर में दी। सांसद ने सरकारी अस्पतालों में स्थित प्रयोगशालाओं में जांच की सुविधा को लेकर जानकारी मांगी थी।
राज्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि केंद्र सरकार की ओर से सभी सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रयोगशाला क्रियाशील रहने के लिए ही एनएचएम का गठन किया गया है।