-दिव्यांगों ने कृत्रिम अंग-उपकरण को लेकर सुनाये अपने अनुभव
सेहत टाइम्स
लखनऊ। आज प्रथम इंटरनेशनल प्रोस्थेटिक एंड ऑर्थोटिक दिवस के अवसर पर किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के डीपीएमआर विभाग की प्रोस्थेटिक ऑर्थोटिक इकाई द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
यह जानकारी देते हुए आयोजक सीनियर प्रोस्थेटिस्ट शगुन सिंह ने बताया कि कार्यक्रम में विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो अनिल कुमार गुप्ता, फैकल्टी डॉ दिलीप, डॉ सुधीर, डॉ संजय, वरिष्ठ प्रोफेशनल अरविंद निगम, एंडोलिट के जोनल मैनेजर वीरेन्द्र प्रसाद, रीजनल मैनेजर श्वेता यादव, फुप्रो के मैनेजिंग डायरेक्टर निमेष मेहरा के साथ 30 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।
उन्होंने बताया कि प्रोस्थेटिक ऑर्थोटिक विज्ञान से जुड़ी आधुनिक तकनीकों पर चर्चा की गई। विभागाध्यक्ष द्वारा प्रोफेशनल्स से आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण लेकर विभाग को आगे ले जाने की अपील की गई। विभाग में दिव्यांगजनो को दिए जाने वाले लाभ की सराहना खुद दिव्यांग मोनू, शिवदत्त, आयुष द्वारा को गई।
इस मौके पर अरविंद निगम द्वारा विभाग को समय-समय पर आर्थिक मदद की घोषणा की गई, वहीं निमिष मेहरा द्वारा तकनीकी सहयोग देने का आश्वासन दिया गया। विभागाध्यक्ष द्वारा प्रगतिशील रहने की प्रेरणा के साथ बधाई संदेश प्रोफेशनल्स को दिया गया। आयोजक शगुन सिंह ने विभाग को नई ऊंचाई पर ले जाने का हरसंभव प्रयास करते रहने के वादे के साथ सभी को धन्यवाद दिया।
बच्चे के लिए किया गया फुल हाइट प्रोस्थेसिस का निर्माण
जो दिव्यांगजन इस मौके पर मौजूद थे उसमें हरदोई का रहने वाला एक ऐसा बच्चा भी शामिल था जिसके दोनो पैर घुटने के ऊपर से दुर्घटना में कट गए थे। शगुन सिंह ने बताया कि घुटने के ऊपर से दोनों पैर कटने पर स्टबीज प्रोस्थेसिस दिया जाता है जो हाइट में सामान्य से कम रखा जाता है ताकि मरीज आसानी से चल पाए, लेकिन इस बच्चे के साथ विभागाध्यक्ष की सहमति के साथ फुल हाइट प्रोस्थेसिस का निर्माण किया गया। उन्होंने बताया कि इसके सफल प्रशिक्षण के बाद मरीज बहुत अच्छे से चल पा रहा है। बच्चे के पिता अमन द्वारा आज के अवसर पर टीम को बधाई देते हुए धन्यवाद दिया गया।