-अपने कार्य और व्यक्तिगत जिंदगी के बीच तालमेल रखने पर दिया जोर
सेहत टाइम्स
लखनऊ। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के तत्वावधान में रविवार को आयोजित सतत शिक्षा शिक्षा कार्यक्रम में चिकित्सकों को सफलता और उनके फिट रहने के मंत्र भी बताए गए।
वरिष्ठ ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ संदीप कपूर ने मेडिकल की पढ़ाई शुरू करने के समय से लेकर प्रशिक्षण उसके बाद टीम भावना के साथ कार्य करने तथा दौलत शोहरत कमाने के बाद समाज को कुछ देने के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जब आप मेडिकल चिकित्सा सीख रहे होते हैं तब आपकी एप्रोच अलग होती है, इसके बाद जब इस कल्याणकारी सेवा में आते हैं तो आपको अपने साथियों के साथ टीम भावना के साथ किस तरह से कार्य करना है इस पर आपका फोकस होना चाहिए इसके बाद कुछ न कुछ आप समाज को दे जाएं क्योंकि जिस समाज में आपको इतनी दौलत-शोहरत दी है उसके प्रति आपका भी कर्तव्य है कि समाज को आप कुछ न कुछ अच्छा अवश्य दें।
एक अन्य आर्थोपेडिक विशेषज्ञ डॉ संतोष सिंह ने जीवन में क्या कार्य कर रहे हैं, कैसे कर रहे हैं, उसकी सफलता के मंत्र क्या हैं, इसके बारे में बताया कि अपने कार्य के बीच अपनी जीवनशैली को किस प्रकार बैलेंस करके चलें, के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने कहा डॉक्टरों को अपनी फिटनेस पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि सेल्फ फिट व्यक्ति ही दूसरों को फिट रख सकता है। उन्होंने कहा कि व्यायाम, मेडिटेशन, योगा, डाइट पर ध्यान देते हुए अपने परिवार पर अवश्य ध्यान दें, उन्हें समय दें, उन्हें दिल से खुशी दें और स्वयं भी खुश रहें। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि जो काम व्यक्ति को पसंद हो वही करना चाहिए।
चिकित्सकों को उनके कार्य और व्यवसाय की सफलता के मंत्र बताये गये