Saturday , November 23 2024

कार या बाइक से न करें लम्‍बा सफर, कमर दर्द के हो सकते हैं शिकार

-अपनी लाइफ स्‍टाइल में लायें बदलाव, हेल्‍दी फूड, व्‍यायाम को शामिल करें अपनी दिनचर्या में
 -अगर प्राब्‍लम हो ही जाये तो दवा से लेकर एक्‍सरसाइज व सर्जरी तक से उपचार उपलब्‍ध

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। बदली जीवन शैली के चलते शायद ही ऐसा कोई व्‍यक्ति हो जिसे कभी कमर में दर्द की दिक्‍कत न रही हो, कमर दर्द के अनेक कारण हैं, लगातार एक मुद्रा में बैठना, लगातार बैठ कर लम्‍बा सफर करने से बचना चाहिये, और अगर कमर दर्द की परेशानी हो ही गयी है तो दवा या जरूरत पड़ने पर स्‍पाइन सर्जरी से इसका उपचार किया जा सकता है।

यह बात अजंता हॉस्पिटल के स्‍पाइन सर्जन डॉ डॉ ऋषि द्विवेदी ने रविवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन लखनऊ के तत्‍वावधान में आयोजित स्‍टेट लेवल रिफ्रेशर कोर्स एंड सीएमई प्रोग्राम में अपने सम्‍बोधन में कही। उन्‍होंने कहा कि आजकल कमर दर्द की प्रॉब्‍लम बहुत आम होती जा रही है लेकिन इसके उपचार में लापरवाही करना ठीक नहीं है। उन्‍होंने कहा कि अगर लम्‍बे समय से कमर दर्द के साथ बुखार आ रहा हो, वजन कम हो रहा हो, बहुत दिनों से कमर दर्द हो रहा हो तो लापरवाही न करें स्‍पाइन स्‍पेशियलिस्‍ट से मिलें, आजकल बहुत अच्‍छे इलाज उपलब्‍ध हैं। उन्‍होंने कहा कि समय रहते जीवन शैली में बदलाव, दवाएं, फीजियोथिरेपी, स्‍पाइनल इंजेक्‍शन, सर्जरी जैसी विधियों से उपचार संभव है। डॉ ऋषि ने बताया कि लेकिन अगर देर करते है और अगर एक बार पैराप्‍लीजिया (कमर से नीचे के हिस्‍से में ताकत खत्‍म होना) हो गया तो परिणाम अच्‍छे नहीं आते हैं।

बचने के उपाय

डॉ ऋषि ने बताया कि कमर दर्द की शिकायत न हो इससे बचने के लिए अपनी जीवन शैली में थोड़ा परिवर्तन लायें, जैसे लगातार बैठें नहीं, स्‍वास्‍थ्‍य वर्धक भोजन करना है जिससे ज्‍यादा वजन न बढ़े, क्‍योंकि अगर वजन बढ़ेगा तो कमर दर्द भी बढ़ेगा, रोजाना व्‍यायाम करें, एरोबिक एक्‍सरसाइज करें, कम्‍प्‍यूटर चलाने के लिए लगातार न बैठें। रोजाना लम्‍बी दूरी पर लगातार बैठने वाली यात्रा न करें, जैसे दूर जाना हो तो बस से, रेलगाड़ी से जायें क्‍योंकि बस में भी बीच बीच में खड़े होकर टहल सकते हैं और रेलगाड़ी में तो लेट भी सकते हैं लेकिन कार, बाइक से लम्‍बा सफर न करें क्‍योंकि इसमें एक ही पोजीशन में बैठना पड़ता है।