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प्रदेश भर के डिप्‍लोमा फार्मासिस्‍ट 5 फरवरी से करेंगे महानिदेशालय का घेराव

-फार्मासिस्‍टों की समस्‍याओं का निराकरण न होने के विरोध में क्रमिक धरना भी देंगे

लखनऊ। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उप्र का कल बुधवार से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशालय का घेराव व क्रमिक धरना करेगा। यह जानकारी देते हुए महामंत्री श्रवण सचान ने बताया कि कर्ई बार की महानिदेशक से वार्ता के बाद भी उनके स्तर की प्रदेश के फार्मासिस्टों की समस्याओं का निराकरण नहीं किया जा रहा हैं। इसलिए प्रदेश भर से आने वाले फार्मासिस्‍ट महानिदेशालय का घेराव करने को मजबूर हैं।

उन्होंने बताया कि 14 जून, 2019 को प्रदेश के 129 फार्मासिस्टों की पदोन्नति चीफ फार्मासिस्ट के पद पर की गई थी एवं 42 चीफ फार्मेसिस्टों की पदोन्नति प्रभारी अधिकारी फार्मेसी के पद पर की गई थी 7 माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी आज तक पदोन्नति किए गए प्रभारी अधिकारी फार्मेसी का समायोजन नहीं किया गया है, जबकि प्रदेश में लगभग प्रत्येक जनपद में प्रभारी अधिकारी फार्मेसी के पद रिक्त हैं। इसी प्रकार पदोन्नति चीफ फार्मासिस्टों में से 50% का समायोजन भी आज तक नहीं किया गया है एवं पूर्व में हुई डीपीसी के दौरान बंद लिफाफे पर आज तक निर्णय नहीं लिया गया वर्तमान में प्रदेश में सैकड़ों पदोन्नति के पद रिक्त हैं।

प्रभारी अधिकारी फार्मेसी की डीपीसी की प्रक्रिया लंबित है जिससे प्रदेश के फार्मासिस्टों में रोष है। साथ ही जून 2019 को प्रदेश में अनियमित तरीके से किया गये स्थानान्तरणो में अनेकों कर्मियों को माननीय उच्च न्यायालय से स्टे मिलने के बाद अनेकों जनपदों में सरप्लस हो जाने के कारण उनका वेतन नहीं निकल पा रहा है। लगभग सात-आठ माह से वेतन न मिलने के कारण कर्मचारी फार्मेसिस्ट आर्थिक संकट से गुजर रहा है । संगठन के लगातार अनुरोध के बाद विभाग इसको गंभीरता से नहीं ले रहा है जिस कारण इस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस तरह अनेकों और भी समस्याएं हैं जिन पर विभाग संजीदा नहीं है और हर प्रकार प्रकरण को शासन भेजकर टालमटोल की प्रक्रिया अपना रहा है।

अध्यक्ष संदीप बडोला ने बताया कि 19/06/2019 को महानिदेशक तथा अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ संगठन की औपचारिक वार्ता संपन्न हुई थी, जिसमें संघ के मांग पत्र पर सभी बिंदुओं पर सहमति बनी थी परंतु आश्चर्य का विषय है कि अनेकों अनुरोध के बाद भी उक्त वार्ता की कार्यवृत्ति आज तक संगठन को प्राप्त नहीं हुई और ना ही उसका प्रस्ताव शासन को भेजा गया जो कि अपने आप में निराशाजनक है। प्रांतीय कोषाध्यक्ष रजत यादव ने जानकारी दी कि  महानिदेशालय के आदेश के क्रम में जनपद के अधिकारियों द्वारा शपथ पत्र के साथ इकाई/ यूनिट वार विस्तृत फार्मासिस्टों की रिक्त पदों की सूचनाएं प्रस्तुत करने करके दिए जाने के बाद भी महानिदेशालय द्वारा द्वारा प्राप्त रिक्त पदों पर नियुक्ति ना करके टालमटोल की प्रक्रिया अपनाई जा रहे हैं और बेवजह बार-बार सूचनाएं मांग कर समय व्यतीत किया जा रहा है जिससे स्पष्ट प्रतीत होता है कि विभाग की मंशा रिक्त पदों पर नियुक्ति करने की नहीं है। साथ ही अनेकों बार वार्ता और अनुरोध करने के बाद भी महानिदेशालय हमारी समस्याओं पर तत्काल निराकरण नहीं कर रहा है जिसके कारण डिप्लोमा फार्मेसी एसोसिएशन उत्तर प्रदेश 5 फरवरी बुधवार से महानिदेशालय लखनऊ पर कार्मिक क्रमिक घेराव धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य है,  जिसकी लिखित सूचना महानिदेशालय को एवं अन्य उच्च अधिकारियों को एसोसिएशन द्वारा 28 जनवरी को दे दी गई थी। अब इसकी पूर्ण जिम्मेदारी महानिदेशालय के उच्च अधिकारियों की है। उन्होंने बताया कि 5 फरवरी को प्रदेश के हर जिले से आए हजारों फार्मेसिस्ट महानिदेशालय का घेराव करेंगे।