-विश्व लिवर दिवस पर एसजीपीजीआई में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
सेहत टाइम्स
लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई के निदेशक प्रो. आर.के. धीमन ने कहा है कि लिवर शरीर का अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है। किसी भी प्रकार से लिवर को यदि क्षति पहुंचती है, तो जीवन बहुत अच्छा और लंबा नहीं चल सकता क्योंकि अगर स्वस्थ लिवर नहीं, तो स्वस्थ जीवन नहीं।
प्रो धीमन ने यह बात आज संस्थान में विश्व लिवर दिवस के अवसर पर आयोजित एक जागरूकता सत्र में कही। स्वस्थ लिवर( यकृत) के विषय में जागरूकता पैदा करने और रोगियों को जिगर की बीमारियों के बारे में जागरूक करने के लिए राज्य अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन, उत्तर प्रदेश और अस्पताल प्रशासन विभाग, संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, लखनऊ द्वारा हेपेटोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजीविभागों के सहयोग से और संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आर के धीमन के मार्गदर्शन में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रो धीमन ने लिवर रोगों के संदर्भ में आहार, व्यायाम और शराब की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए स्वस्थ जीवन शैली का पालन करने के महत्व पर चर्चा की और सभी को प्रतिदिन कम से कम 40 मिनट तेजी से चलने अथवा 30 मिनट की साइकिलिंग के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत उद्घाटन सत्र के साथ हुई, जिसमें डॉ. आर. हर्षवर्धन, नोडल अधिकारी, सोटो-यू.पी. व विभागाध्यक्ष अस्पताल प्रशासन, एसजीपीजीआई द्वारा उद्घाटन भाषण दिया गया, इसके बाद डॉ अमित गोयल, एडिशनल प्रोफेसर गैस्ट्रोएंटरोलॉजी द्वारा उपस्थित जनों का स्वागत किया गया।
वैज्ञानिक सत्र की शुरुआत गैस्ट्रोएंटरोलॉजीविभाग के अध्यक्ष प्रो यू सी घोषाल द्वारा अत्यंत ज्ञानवर्धक चर्चा से हुई, जिसका विषय था,”हेपेटाइटिस: वह सब, जो आपको जानना आवश्यक है’। डॉ. घोषाल ने हेपेटाइटिस रोग और हेपेटाइटिस की रोकथाम में टीकाकरण के महत्व पर चर्चा की।
प्रो. राजन सक्सेना, विभागाध्यक्ष, सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और सीएचबीडीटी, ने ‘लिवर ट्रांसप्लांट: भ्रम और तथ्य” के बारे में चर्चा की। डॉ. राजन सक्सेना ने संस्थान में किए गये लिवर ट्रांसप्लांट पर चर्चा की और स्वयं एक लिवर प्राप्तकर्ता होने के नाते लिवर डोनेशन के महत्व और आवश्यकता के विषय में जानकारी दी।
डॉ. आर. हर्षवर्धन, नोडल अधिकारी, सोटो-यू.पी.व विभागाध्यक्ष, अस्पताल प्रशासन, ने संस्थान में चल रही रोगी कल्याणकारी योजनाओं के विषय में जानकारी दी। डॉ. हर्षवर्धन ने इन योजनाओं के तहत लाभ प्राप्ति के विषय में जानकारी दी और इसके लिए पात्रता पर चर्चा की।
नेफ्रोलॉजी विभाग की डॉ. अनीता सक्सेना ने लिवर की बीमारियों की रोकथाम में आहार की भूमिका और महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. अनीता ने स्वस्थ, संतुलित और सही आहार का पालन करके बीमारियों से बचाव के तरीकों पर जोर दिया। प्रो. गौरव अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, एसजीपीजीआई ने उपस्थित लोगों को लिवर संबंधी रोगों के प्रबंधन के लिए संस्थान में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। डॉ. गौरव ने संस्थान में उपलब्ध विश्व स्तरीय सुविधाओं के बारे में विस्तार से बताया।
बहन को लिवर दान करने वाली करीमुन का सम्मान
जागरूकता सत्र के बाद प्रो.आर.के.धीमन और अन्य सभी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा साहिबा को लिवर देकर जीवन देने वाली लिवर डोनर उनकी बहन करीमुन का सम्मान किया गया। करीमन ने सभी डॉक्टरों, प्रत्यारोपण समन्वयक और सर्जरी से जुड़े सभी कर्मचारियों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होने उल्लेख किया कि वह एक स्वस्थ जीवन जी रही है और बिना किसी कठिनाई के सभी दैनिक दिनचर्या की गतिविधियों को करने में सक्षम है। सुश्री करीमुन ने बताया कि वह सर्जरी से पहले की तुलना में अधिक स्वस्थ महसूस कर रही हैं। सत्र का समापन भाषण संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक प्रो वी. के. पालीवाल, द्वारा दिया गया।