-आईएमए में आयोजित स्टेट लेवल रिफ्रेशर कोर्स व सीएमई में दी जानकारी
सेहत टाइम्स
लखनऊ। हमारे देश में कोरोना अभी पूरी तरह से नहीं गया है। आईआईटी कानपुर की स्टडी के अनुसार हमारे देश में जून 2022 में चौथी वेव आने की संभावना है हालांकि चूंकि हमारे यहां टीकाकरण की दर बहुत अच्छी है इसलिए इस वेव के खतरनाक होने की संभावना नहीं है, लेकिन फिर भी हमें कोविड प्रोटोकाल को भूलना नहीं चाहिये।
यह बात रविवार को यहां इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन की लखनऊ शाखा द्वारा यहां आईएमए भवन में आयोजित स्टेट लेवल रिफ्रेशर कोर्स एवं एक वृहद सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) में चिकित्सा प्रकोष्ठ भाजपा लखनऊ महानगर के संयोजक एवं आईएमए लखनऊ एक्जीक्यूटिव कमिटी मेंबर पैथोलॉजिस्ट व जनरल फिजीशियन डॉ.शाश्वत विद्याधर ने कही। डॉ शाश्वत ने लैबोरेट्री इंडिकेटर्स इन कोविड 19 इन्फेक्शन विषय पर बोलते हुए कहा कि देश में ओमिक्रोन सबवेरियंट बी.ए.2 के मरीज बढ़ रहे है। चूंकि हमारे देश में लगभग 80% से अधिक जनता का टीकाकरण हो गया है जिस कारण चौथी वेव इतनी घातक नही होगी। उन्होंने कहा कि न्यूट्रोफिल लिम्फोसाइट रेश्यो, लिम्फोसाइटोपेनिया, सीआरपी, सीरम फेरिटिन, एलडीएच, इंटरलयूकिन 6, प्रोकाल्सिटोनिन, डी डाइमर, पीटी, एपीटीटी, कार्डियक ट्रोपोनिन आई,प्रो बीएनपी इत्यादि, कॉविड 19 के बायोमार्कर्स है।
उन्होंने कहा कि कोविड 19 के शीघ्र डायग्नोसिस, मॉनिटरिंग के लिए ये बायोमार्कर्स जरूरी होते हैं। चिकित्सीय क्लिनिकल इवेल्यूएशन के साथ साथ ये बायोमार्कर्स भी कोविड-19 मरीज के इलाज के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि अभी भी हमें काफी सावधानी बरतनी होगी जैसे मास्क लगाना, हाथों को सैनिटाइज करना एवं फिजिकल डिस्टेंस बनाए रखना।