-लोहिया संस्थान में आयोजित इंटरकॉलेजिएट क्विज में फोरेंसिक वैज्ञानिक, उत्साही और जिज्ञासु प्रवृत्ति के चिकित्सक, छात्र आये एक मंच पर
सेहत टाइम्स
लखनऊ। अपराध-समाधान के क्षेत्र में अपने ज्ञान और समस्या के समाधान में अपनी-अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने के लिए डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ने महत्वाकांक्षी फोरेंसिक वैज्ञानिकों, उत्साही और जिज्ञासु प्रवृत्ति के चिकित्सकों, छात्रों को एक मंच पर लाकर उनके बीच फॉरेंसिक साइंस से सम्बन्धित एक इंटरकॉलेजिएट क्विज प्रतियोगिता ‘फॉरेंसिस’ FORENSIS का आयोजन किया। प्रतियोगिता की रूपरेखा प्रतिभागियों की खोजी क्षमता का परीक्षण करने और फोरेंसिक चिकित्सा के प्रति उनके जुनून को जगाने के लिए डिज़ाइन किया गया।
लोहिया संस्थान के फोरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन समारोह और ज्ञान की देवी, सरस्वती के आह्वान के साथ हुई। इसके बाद स्वागत भाषण के साथ ही उद्घाटन सत्र हुआ। इस सत्र में मुख्य अतिथि संस्थान की निदेशक प्रो सोनिया नित्यानंद, विशिष्ट अतिथियों डीन प्रो नुजहत हुसैन व विभागाध्यक्ष प्रो दीपक मालवीय ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित किया।
फोरेंसिक मेडिसिन क्विज़ प्रतियोगिता में विभिन्न पृष्ठभूमियों के प्रतिभागियों का स्वागत किया गया, जिनमें छात्र, प्रसिद्ध मेडिकल कॉलेजों के पेशेवर और फोरेंसिक मेडिसिन में गहरी रुचि रखने वाले व्यक्ति शामिल थे। प्रतियोगिता ने ज्ञान बढ़ाने, मैत्रीपूर्ण प्रतिस्पर्धा में शामिल होने और रोमांचक पुरस्कार जीतने का अवसर प्रदान किया। प्रतियोगिता में विभिन्न विषयों के विभिन्न राउंड शामिल थे जिनमें इतिहास, दृश्य, रैपिड फायर, क्रॉस वर्ड पहेलियाँ शामिल थीं, जिसने प्रतियोगियों और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मूल्यांकन में निष्पक्षता और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए, कार्यक्रम में प्रतिष्ठित न्यायाधीशों के एक पैनल को आमंत्रित किया गया जिसमें क्षेत्र के प्रसिद्ध फोरेंसिक प्रोफेसर और विशेषज्ञ शामिल थे। उनकी विशेषज्ञता ने न केवल प्रतियोगिता की विश्वसनीयता में योगदान दिया बल्कि प्रतिभागियों को मूल्यवान अंतर्दृष्टि और प्रतिक्रिया भी प्रदान की।
प्रश्नोत्तरी के पूरा होने के बाद, अंक जारी किए गए और विजेताओं की घोषणा की गई। क्विज़ में प्रथम स्थान पर आरएमएलआईएमएस, लखनऊ के डॉ. उत्कर्ष अग्रवाल और डॉ. ऋषभ पाल, दूसरे स्थान पर यूपीयूएमएस, सेफ़ई के डॉ. मित्र भूषण और डॉ. भूमिका यादव और तीसरे स्थान पर आरएमएलआईएमएस, लखनऊ के डॉ. श्रीनिवास श्रीनेत और डॉ. रवि प्रकाश रहे।
डॉ. ऋचा चौधरी, प्रोफेसर और प्रमुख, फोरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी विभाग ने समापन भाषण दिया और संकाय को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का आयोजन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रदीप यादव और जूनियर रेजिडेंट्स डॉ. अभिषेक वत्स, डॉ. अंकिता कुमारी, डॉ. अपूर्वा श्रीवास्तव और डॉ. सौम्या श्रीवास्तव और क्विज़ मास्टर्स डॉ. सुमेधा गुप्ता और डॉ. शौर्य गुप्ता की सराहना के साथ ही “फोरेंसिस” का समापन हुआ।
कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथियों में यूपी मेडिकल काउंसिल रजिस्ट्रार प्रोफेसर आलोक कुमार और टी.एस.मिश्रा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के डीन और प्रिंसिपल प्रो अशोक कुमार श्रीवास्तव शामिल थे। इनके अतिरिक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से सीएमएस प्रो. अजय कुमार सिंह, केजीएमयू के फोरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी के एचओडी डॉ. अनूप कुमार वर्मा, लोहिया संस्थान की कार्यकारी रजिस्ट्रार व माइक्रोबायोलॉजी की एचओडी डॉ. ज्योत्सना अग्रवाल उपस्थित रहे।