-सोने से पहले भी ब्रश करने की आदत डालिये, बचे रहेंगे कई बीमारियों से
-वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे पर केजीएमयू के पब्लिक डेंटिस्ट्री विभाग ने लगाये शिविर
-पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री केजीएमयू नाम से यू ट्यूब चैनल भी लॉन्च किया विभाग ने
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। ज्यादातर लोग यह समझते हैं कि केवल सुबह-शाम ब्रश कर लेने भर से मुंह की देखभाल हो जाती है, लेकिन यह तो देखभाल की शुरुआत है, इसके अलावा भी दांतों के बीच की सफाई और तम्बाकू का किसी भी रूप में सेवन भी मुख के स्वास्थ्य के महत्वपूर्ण पहलू हैं। अगर लापरवाही बरती गयी तो कई बड़ी समस्याओं की वजह बन सकती है इसलिए कुछ सुझावों पर अमल करें तो दांत हमेशा स्वस्थ बने रह सकते हैं।
यह जानकारी किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के दंत विज्ञान संकाय के पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विनय कुमार गुप्ता ने वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे (20 मार्च) के उपलक्ष्य में आयोजित शिविरों में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए दी। विभाग द्वारा 19 और 20 मार्च को दो स्थानों पर जागरूकता व जांच शिविर का आयोजन किया गया। 19 मार्च को शिविर का आयोजन प्राथमिक विद्यालय दादूपुर बंथरा में किया गया, जबकि 20 मार्च को मोती नगर स्थित बाल सदन में किया गया। इंडियन डेंटल एसोसिएशन की लखनऊ शाखा के साथ आयोजित किये गये शिविरों में बच्चों के मुख की जांच की गई। डॉ विनय गुप्ता ने बताया कि शिविरों का आयोजन कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करते हुए किया गया। उन्होंने बताया इस मौके पर विभाग में आयोजित एक समारोह में डेंटल के विद्यार्थियों के बीच यूट्यूब पर पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री केजीएमयू के नाम से एक चैनल लॉन्च किया गया। इसमें समय-समय पर मुख स्वास्थ्य से संबंधित वीडियो अपलोड किए जाएंगे। इस मौके पर डॉ विनय कुमार गुप्ता के साथ ही दंत विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर अनिल चंद्रा व डॉ गौरव मिश्रा भी उपस्थित रहे।
मुख स्वास्थ्य को लेकर लोगों को जागरूक करते हुए डॉ गुप्ता ने कहा कि जिस तरह हम सब पेट, हृदय, आंख, कान, नाक आदि अंगों से संबंधित बीमारियों के प्रति जागरूक रहते हैं, उसी तरह मुख स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक रहना होगा क्योंकि मुख स्वास्थ्य संपूर्ण स्वास्थ्य का प्रतिबिंब होता है। उन्होंने कहा कि ओरल हेल्थ का ध्यान रखने का सबसे पहला कदम है रात में सोने से पहले सही तरीके से ब्रश जरूर किया जाए क्योंकि इससे बैक्टीरिया पनपने का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। उन्होंने कहा ब्रश करते समय ब्रश पर ज्यादा दबाव न डालें और साथ ही यदि ब्रश के ब्रेसेल्स फैल गये हों तो ब्रश बदल लें। उन्होंने कहा कि हममें से ज्यादातर लोग डेंटिस्ट के पास दांतों की समस्या होने पर ही जाते हैं जबकि साल में दो बार डॉक्टर के पास चेकअप कराने के लिए जाना चाहिए और जरूरत हो तो दांतों की क्लीनिंग भी करवानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि दिन में कम से कम एक बार दांतों के बीच पलास से सफाई करनी चाहिये जिससे दांतों के बीच जमा होने वाले भोजन में पनपने वाले बैक्टीरिया न पनप सकें। उन्होंने बताया कि ऐसा करने से मसूढ़ों में सूजन भी नहीं आती है। उन्होंने कहा यह आवश्यक है कि तंबाकू युक्त पदार्थों का किसी भी रूप में उपयोग न किया जाये, क्योंकि धूम्रपान से न केवल दांतों की चमक कम होती है बल्कि इससे मसूढ़ों में रक्त का संचालन भी कम होता है इस वजह से मसूड़ों से संबंधित बीमारियां बढ़ जाती हैं तथा चबाने वाली तंबाकू से दांत घिस जाते हैं। उन्होंने कहा कि अपने खानपान में मीठे व चिपकने वाले पदार्थों की मात्रा का सेवन कम करें और अगर खाना ही हो तो उसके बाद दांतों की सफाई या कुल्ला अवश्य करें क्योंकि इससे बैक्टीरिया के पनपने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है, फाइबर युक्त यानी रेशेदार भोजन का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करें इससे मुख की सफाई होती है तथा साथ ही पेट भी सही रहता है।