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बच्चों एवं युवाओं के पास बदलाव लाने की शक्ति, उन्हें बनना चाहिये समाधान का हिस्सा : डॉ ज़कारी ऐडम

-संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार समझौते के 35 एवं यूनिसेफ के भारत में 75 वर्ष पूर्ण होने पर समारोह आयोजित

-वर्षगांठ समारोह में यूथ इम्पैक्ट चैलेंज 2.0 के विजेताओं को भी किया गया सम्मानित

सेहत टाइम्स

लखनऊ। संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार समझौते के 35 एवं यूनिसेफ के भारत में 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में रविवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया जहां बाल संस्थान के बच्चों, यूनिसेफ प्रमुख डॉ ज़कारी ऐडम, सुप्रीम कोर्ट की ऐडवोकेट मानवी शर्मा, प्रोजेक्ट 100 के चीफ यशस्वी मुकेश एवं ममता चौहान ने दीप प्रज्ज्वलन किया।

यह आयोजन यूनिसेफ द्वारा इंस्टीट्यूट ऑफ अंथराप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट उत्तर प्रदेश( IED UP) एवं चिल्ड्रेनस होप फॉर ऐक्शन एण्ड बेटर इम्पैक्ट यूथ ऐडवोकेसी नेटवर्क(CHABI YAN) के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों की आवाज को बढ़ावा देना एवं युवाओं को बाल अधिकार चैम्पियन बनने के लिए प्रेरित करना था।

यूनिसेफ उत्तर प्रदेश प्रमुख एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ ज़कारी ऐडम ने कहा, “बच्चों एवं युवाओं के पास बदलाव लाने की शक्ति है अतः उन्हें समाधान का हिस्सा बनना होगा। युवा बाल अधिकार के विषयों को समझ कर बदलाव के एजेंट और बाल अधिकार के चैम्पियन बन सकते हैं।“ डॉ जकारी ने 20 नवंबर को मनाए जाने वाले विश्व बाल दिवस की बधाई दी एवं बच्चों की बातें सुनी।

यूनिसेफ की संचार विशेषज्ञ निपुण गुप्ता ने कहा, इस बार विश्व बाल दिवस का थीम है ‘भविष्य की बात सुनें’ (Listen to the future)। इसका उद्देश्य वयस्कों को बच्चों की बात सुनने एवं उनकी राय का सम्मान करने के लिए के लिए प्रेरित करना है। इससे बच्चों के आत्म-अभिव्यक्ति के अधिकार का सम्मान होगा और उनके बेहतर दुनिया के लिए विचारों को समझा जा सकेगा.”

उन्होंने कहा की यह थीम हमे इस बात पर विचार करने के लिए प्रेरित करता है की कैसे आज के युग की नई चुनौतियाँ जैसे जलवायु परिवर्तन, डिजिटल युग से जुड़े खतरे, बढ़ता मानसिक अवसाद आदि बच्चों के भविष्य को प्रभावित कर सकते हैं।

कार्यक्रम में युवाओं की आवाज सुनने के लिए एक पैनल डिस्कशन का भी आयोजन किया गया जिसमें ऐडवोकेट मानवी शर्मा ने कहा बच्चों को अपने अधिकारों को जानना चाहिए ताकि वे उनकी मांग कर सकें। सत्र के दौरान यशस्वी मुकेश ने कहा, “युवाओं को अपनी बात आसान भाषा में कह कर दूसरों को प्रभावित करने की क्षमता विकसित करनी चाहिए।“

17 वर्षीय मेरठ के रितिक शर्मा ने जल वायु परिवर्तन पर बात की एवं अन्य बच्चों के साथ एक राष्ट्रीय युवा स्टेटमेंट बनाकर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का अनुभव साझा किया। कार्यक्रम में बाराबंकी से आए बाल सभा के बच्चों ने बताया कि वे बच्चों के सुझावों को ग्राम प्रधान एवं अन्य पंचायत सदस्यों के सामने रखते हैं जिससे बच्चों का विकास हो रहा है। कार्यक्रम में दृष्टि सामाजिक संस्थान के बच्चों ने हमको मन की शक्ति देना गाने पर प्रस्तुति दी एवं रॉबिनहुड अकेडेमी के बच्चों द्वारा भी एक प्रस्तुति दी गई जिसमें भविष्य की बात सुनने की बात की गई। बच्चों ने अपने भविष्य के सपनों पर पत्र लिखे एवं अतिथियों को दिए।

कार्यक्रम के दौरान चिल्ड्रेन्स होप फॉर ऐक्शन एण्ड बेटर इम्पैक्ट यूथ ऐडवोकेसी नेटवर्क(CHABI YAN) एवं यूनिसेफ द्वारा आयोजित यूथ इम्पैक्ट चैलेंज 2.0 के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया। यूथ इम्पैक्ट चेलेंज 2.0 के लिए प्रदेश भर के युवाओं द्वारा जल-वायु परिवर्तन का बच्चों पर प्रभाव, बच्चों का पोषण एवं बच्चों के लिए सुरक्षित, समावेशी एवं सशक्त वातावरण विषयों पर ऐक्शन प्रोजेक्ट किए गए। CHABI YAN युवाओं द्वारा संचालित एक युवाओं का नेटवर्क है जिसकी शुरुआत 2023 में की गई थी। इसका उद्देश्य युवाओं को बाल अधिकार चैम्पीयन के रूप में विकसित करना है।

संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार समझौते के 35 वर्ष पूरा होने पर निपुण गुप्ता ने कहा, “संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार समझौता एक वैश्विक संधि है जिसे संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 20 नवंबर 1989 को पारित किया था। अब तक इस समझौते को 196 देशों ने लागू किया है। भारत सरकार द्वारा 1992 में इसे पारित किया गया था। इसके तहत सरकारें बच्चों की उत्तरजीविता, सुरक्षा, विकास और भागीदारी से जुड़े सभी अधिकार बच्चों को प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बाल अधिकार समझौते की वर्षगांठ को पूरे विश्व में विश्व बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।“

IED की ममता चौहान ने लक्ष्य लॉन्च पैड के विषय में बताया जो CHABI YAN के युवाओं को इंटर्नशिप, स्टार्टअप लोन, युवा कौशल स्कीम आदि से जोड़ने के लिए शुरू की गई एक पहल है।

कार्यक्रम में CHABI YAN स्टीयरिंग कमिटी के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया जिसमें वैष्णवी श्रीवास्तव, सात्विका, प्रशांत, अरीशा फैजाब, कुलदीप निगम, बिलाल, अंकित, सर्वज्ञ एवं रितिक शामिल थे। कार्यक्रम में यूनसेफ़ के अधिकारी नगेन्द्र प्रसाद सिंह, दिनेश कुमार, उर्वशी चंद्रा, अर्पिता पाल भी मौजूद रहीं।

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