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भाजपा पार्षद का अपने ही कैबिनेट मंत्री के खिलाफ खुला पत्र

-उत्‍पीड़न करने, पार्टी के हित में कार्य न करने जैसे गंभीर आरोप लगाये

आशुतोष टंडन

सेहत टाइम्‍स

लखनऊ। भाजपा में अनेक पदों पर रह चुके वर्तमान में सभासद ने पार्टी के हित में काम न करने के साथ ही अपना उत्‍पीड़न करने के आरोप गंभीर आरोप उत्‍तर प्रदेश की भाजपा सरकार के एक कैबिनेट मंत्री पर लगाये हैं। विधि प्रकोष्‍ठ के प्रदेश मंत्री रह चुके, प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी को अपशब्‍द कहने पर राहुल गांधी के खिलाफ मुकदमा करने वाले दिलीप श्रीवास्‍तव ने पार्टी अध्‍यक्ष जेपी नड्डा को खुला पत्र लिखते हुए कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन के खिलाफ गंभीर आरोप लगाये हैं। हालांकि यह पत्र तीन माह पूर्व का लिखा हुआ है लेकिन सोशल मीडिया पर अब वायरल हुआ है।

दिलीप श्रीवास्‍तव

दिलीप श्रीवास्‍तव ने आशुतोष टंडन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए लिखा है कि कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन के दबाव के कारण उन्हें भाजपा का प्रदेश प्रवक्ता नहीं बनाया गया, न ही उन्हें पैनलिस्ट बनने दिया। पत्र में आरोप लगाया गया है कि मंत्री जी की शह पर मेरे खिलाफ थाना गाजीपुर में लखनऊ में पंचमुखी हनुमान जी की मूर्ति ओम शिव शक्ति पीठ शनि देव मंदिर ए ब्लॉक इंदिरा नगर लखनऊ संदर्भित मुकदमा दर्ज किया गया। पत्र में लिखा है कि मंत्री कहते हैं कि अब इस वकील को टिकट नहीं दिया जाएगा। यही नहीं यह भी आरोप लगाया है कि उन्होंने कहा है कि मुझे विधायक बनने दो अबकी बार इसे निपटा देंगे, बांटने तो इसे मोदी और योगी की तस्वीर, अब यह खुद तस्वीर बन जाएगा। पत्र में लिखा है कि लगातार उसे धमकी दी जा रही है तथा उनके साथ कभी भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है।

पत्र में मंत्री पर उनके निर्वाचन क्षेत्र इंदिरा नगर, गोमती नगर, विकास नगर में जनता से न मिलने का, कोरोना काल में कोई जनसेवा न करने का भी आरोप लगाया है। पार्षद ने मंत्री पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाते हुए कहा है कि मेरी बातों का संज्ञान लेकर मेरा मार्गदर्शन करें कि मुझे क्या करना चाहिए। इस पत्र की प्रतिलिपि पार्षद द्वारा प्रधानमंत्री के साथ राजनाथ सिंह, अमित शाह, मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री सहित 12 लोगों को भेजी गई है।

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