-कोरोना वायरस को हराने के लिए जरूरत है सावधानी की, स्वच्छता की
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। कोरोना वायरस के संक्रमण पर काबू पाने के लिए जहां सरकारें अपनी पूरी जी जान से जुटी हुई है, अस्पताल, डॉक्टर, कर्मचारी, पुलिस, सफाई कर्मी, पत्रकार व अन्य आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग अपना-अपना योगदान दे रहे हैं, वहीं जाने-अनजाने हम में से कुछ लोग ऐसा कृत्य कर रहे हैं, जो बनती स्थिति को बिगाड़ सकता है।
इस समय बाहर निकलने वाले व्यक्ति खास तौर से जो मास्क का प्रयोग करते हैं, उनमें कुछेक ऐसे लोग भी हैं जो उसका डिस्पोसल नियमानुसार नहीं कर रहे है। इस बारे में विशेषज्ञों ने पहले भी कहा है कि साधारणतय: बाजार में बिकने वाले मास्क डिस्पोसेबल होते हैं, ऐसे में इनका इस्तेमाल एक बार ही करना चाहिये, उसके बाद इसे विसंक्रमित करके ही साधारण कूड़े में डालना चाहिये, या फिर इसे जला दिया जाये ताकि उस मास्क पर अगर वायरस आ चुका है तो वह मर जाये। जबकि इसके विपरीत अगर इसे इधर-उधर या साधारण कूड़े में डाला जाता है तो इस कूड़े के सम्पर्क में आने वाले को संक्रमण का खतरा बना रहता है।
यदि आप बार-बार इस्तेमाल करने वाला कपड़े का मास्क या रूमाल का प्रयोग करते हैं तो यह ज्यादा बेहतर है, इसे इस्तेमाल करने के बाद तुरंत ही डिटरजेंट से धो लीजिये ताकि अगली बार फिर से साफ-सुथरा मास्क आपको तैयार मिले। केजीएमयू के पल्मोनरी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो सूर्यकांत तो यह भी कहते हैं कि रूमाल या चार परत करके अंगोछे से नाक और मुंह ढंक लें, लडकियां चार परत करके दुपट्टा बांध लें तथा एक बार इस्तेमाल करने के बाद उसे तुरंत डिटरजेंट से धो लें।