-केजीएमयू की कार्य परिषद ने बैठक में लिया गया फैसला
सेहत टाइम्स
लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी केजीएमयू में सर्जिकल स्पेशियलिटी के सभी रेजीडेंट्स डॉक्टर, जो इमरजेंसी में कार्य करते हैं, को अब एडवांस ट्रॉमा लाइफ सपोर्ट (एटीएलएस) का कोर्स करना अनिवार्य है। कार्य परिषद ने यह फैसला लेते हुए सर्जरी विभाग के पूर्व प्रोफेसर डॉ विनोद जैन को केजीएमयू के सेंटर फॉर एडवांस स्किल डेवलपमेंट के सलाहकार (अवैतनिक) के रूप में नियुक्त करने का भी फैसला लिया है।
ज्ञात हो डॉ विनोद जैन पूर्व में केजीएमयू के सेंटर फॉर एडवांस स्किल डेवलपमेंट के कार्यकारी डाइरेक्टर व एटीएलएस कोर्स डाइरेक्टर रह चुके हैं। अमेरिकन कॉलेज ऑफ सर्जन्स के एडवांस्ड ट्रॉमा लाइफ सपोर्ट कोर्स की भारत में शुरुआत होने की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। नयी दिल्ली में वर्ष 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारियों के समय जब गेम्स के आयोजन के लिए एटीएलएस प्रशिक्षणयुक्त डॉक्टर होने की शर्त अनिवार्य बतायी गयी तो इसकी आवश्यकता को पूरा करने के लिए इस कोर्स की शुरुआत वर्ष 2009 में एम्स दिल्ली में भारत सरकार के निर्देश पर की गयी थी। इसके लिए डॉक्टरों की ट्रेनिंग अमेरिका में हुई।
डॉ विनोद जैन ने बताया कि इस ट्रेनिंग में एबीसीडी यानी एयरवेज, ब्रीदिंग, सरकुलेशन और डिसेबिलिटी को मैनेज करने की ट्रेनिंग देते हुए बताया जाता है कि एक्सीडेंट होने पर किस तरह से घायल व्यक्ति को मैनेज किया जाये जिससे कि उसे सांस लेने मे तकलीफ न हो, बिना रुकावट सांस ले सके, उसके खून का बहाव रुक जाये तथा उसे किस तरह उठाया और लेटाया जाये जिससे किसी प्रकार की विकलांगता न आने पाये।