-प्रत्येक शनिवार केजीएमयू में संचालित होगी पृथक बाल गठिया ओपीडी
-क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी एंड रूमेटलॉजी विभाग ने मनाया स्थापना दिवस
सेहत टाइम्स
लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी एंड रूमेटलॉजी विभाग में अब प्रत्येक शनिवार को बाल गठिया ओपीडी का संचालन किया जायेगा। बच्चों में बढ़ती गठिया की बीमारी को देखते हुए यह निर्णय लिया है। इसकी घोषणा क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी एंड रूमेटलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पुनीत कुमार ने 22 मार्च को विभाग के 19वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में की।
ब्राउन हाल में आयोजित कार्यक्रम में कुलपति प्रो० सोनिया नित्यानन्द ने विभाग में स्थापित टिश्यू कल्चर लैब को पुनः संचालित करने के लिए प्रोत्साहित किया। विभागाध्यक्ष डॉ पुनीत कुमार ने बताया कि यह उत्तर भारत का प्रथम एवं पूरे भारत में चेन्नई एवं हैदराबाद के बाद तीसरा विभाग है। उत्तर भारत में केवल संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट के अलावा, यही एक विभाग गठिया जैसी गम्भीर बीमारियों के इलाज के लिय कार्यरत है। इस विभाग में लगभग 50 हजार मरीज प्रति वर्ष देखे जाते हैं, जिसमें दिन प्रतिदिन बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है।
इन बीमारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के सम्बन्ध में चर्चा के लिए एसजीपीजीआई के क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी एंड रूमेटलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ अमिता अग्रवाल को चीफ स्पीकर के रूप में आमंत्रित किया गया। डॉ अमिता ने JIA (बच्चों में होने वाले गठिया) से सम्बन्धित अपने अनुसंधान के बारे में दी। उन्होंने बताया कि हमारे दक्षिण पूर्व एशिया में ERA प्रकार की गठिया अधिक मिलती है। जो पश्चिमी देशों से भिन्न है। उन्होंने कहा कि इन बीमारियों की पहचान जल्द ही करके उचित इलाज की आवश्यकता है।
गठिया रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए पोस्ट ग्रेजुएट रूमेटोलॉजी क्वीज का आयोजन किया गया था, जिसमें अलीगढ़ ए०एम०यू० की टीम प्रथम, बी०एच०यू० वाराणसी की टीम द्वितीय एवं बी०आर०डी० गोरखपुर तृतीय स्थान रहा। इस क्वीज का संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ मुकेश, डॉ सयान, डॉ अभिलाष ने किया। इन तीनों विजेता टीमों को कुलपति द्वारा नकद धनराशि के साथ-साथ गठिया की दो पुस्तकें आशीर्वाद स्वरूप भेंट की गईं। इस मौके पर पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो० उर्मिला धाकड़ समेत अन्य असिस्टेंट प्रोफेसर, छात्र तथा समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे।