छह माह की उपलब्धियां गिनाईं परिवार कल्याण मंत्री ने
लखनऊ. प्रदेश की परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण मंत्री प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी ने आज कहा कि राज्य सरकार ने गत छः माह में सुरक्षित मातृत्व, जननी स्वास्थ्य, महिलाओं के स्वास्थ्य, नवजात शिशुओं की विशेष देखभाल जैसी बहुत सी चिकित्सा सुविधाओं को न केवल बेहतर किया है अपितु कई नई सुविधाओं का शुभारम्भ भी किया है।
प्रो0 जोशी आज विशाल काम्प्लेक्स, विधानसभा मार्ग, लखनऊ स्थित एस.पी.एम.यू. सभागार में प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 102 एम्बुलेंस सेवा को बेहतर करने हेतु सोशल आडिट कर बड़े स्तर पर कार्यवाही चल रही है। इसकी गुणवत्ता में सुधार किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में 2270 एम्बुलेंस चल रही हैं। उन्होंने अवगत कराया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी रक्त की आवश्यकता को पूरा किया जा सकेगा। प्रदेश के 41 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ब्लड स्टोरेज हेतु लाइसेंस दे दिया गया है, जिसमें 10 ब्लड स्टोरेज यूनिट क्रियाशील हो गयी हैं, शेष केन्द्रों पर भी यह सुविधा शीघ्र ही प्रारम्भ हो जायेगी।
मातृ एवं शिशु कल्याणमंत्री ने वार्ता में कहा कि प्रदेश में समय से पूर्व जन्मे बच्चों की विशेष देखभाल करने और शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए वर्तमान में 42 जनपदों में 56 कंगारू मदर केयर (के.एम.सी.) इकाइयों की स्थापना की गई है। इसके अतिरिक्त बीमार नवजात शिशुओं की देखभाल एवं उचित इलाज के लिए 17 नये एस.एन.सी.यू. की स्थापना की गई है, इस प्रकार प्रदेश में 68 एस.एन.सी.यू. वर्तमान में हैं। इस वर्ष 04 नये पोषण पुनर्वास केन्द्रों की भी स्थापना की गई। प्रदेश में अब 70 पोषण पुनर्वास केन्द्र है। इस वर्ष आशाओं द्वारा घर-घर जाकर शिशुओं की देखभाल में जो योगदान दिया गया है वह पिछले आंकड़ों से बहुत ऊपर है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में लिंगानुपात को बेहतर करने कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए ‘मुखविर योजना’ को लागू किया गया है। सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत 40 जनपदों में सामुदायिक केन्द्रों पर पी.पी. मोड पर अल्ट्रासाउण्ड की सुविधा जुलाई 2017 से प्रारम्भ हो चुकी है, जिसका बड़ी संख्या में लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के अधिक प्रजनन वाले 57 जनपदों में नियंत्रण के लिए आकर्षक प्रोत्साहन व्यवस्था लागू कर मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के अभियान और सेवाओं का विस्तार किया गया है।
श्रीमती जोशी ने जानकारी दी कि अब गर्भवती महिलाओं में मधुमेह की जाँच की सुविधा भी उपलब्ध हो गयी है। आगामी 1 माह में यह परीक्षण उपकेन्द्र स्तर तक प्रारम्भ हो जायेगा। उन्होंने प्रदेश में एडवांस उपकरणों से सुसज्जित कर शुरू की गई एडवांस लाईफ सपोर्ट एम्बुलेंस सेवा से जानकारी भी दी। उन्होंने अवगत कराया कि प्रदेश में 150 ऐसी एम्बुलेंस का उद्घाटन किया जा चुका है तथा केन्द्र द्वारा 100 और ऐसी ही एम्बुलेंस के संचालन की स्वीकृति प्राप्त हो गयी है। उन्होंनेरक्त की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए प्रदेश में ब्लड कलेक्शन एवं ट्रांसपोर्टेशन वेन की जानकारी देते हुए कहा कि इससे चिकित्सीय आवश्यकता पर जनमानस को समय से रक्त उपलब्ध होने में सहायता मिलेगी।
महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए प्रारम्भ किये गये कार्यक्रम-कॉम्प्रेहेंसिव वोमेन हेल्थ चेकअप प्रोग्राम (सम्पूर्णा) के अन्तर्गत 28 जनपदों में दी जा रही जांच और उपचार की जानकारी देते हुए मंत्री जी ने बताया कि इसके अन्तर्गत 30 से 60 वर्ष तक की महिलाओं की सर्विक्स और स्तन कैंसर की जांच की जा रही है तथा जिनमें सर्वाइकल कैंसर के लक्षण पाए जा रहे हैं उन्हें प्रारम्भिक अवस्था में ही क्रायोथेरेपी द्वारा उपचार दिया जा रहा है।
प्रो0 जोशी ने चिकित्सालयों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने के क्रम में ई-हास्पिटल परियोजना, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत संचालित कुल केन्द्रों और उन पर उपलब्ध सुवधिाओं, चिकित्सकों और पैरामेडिकल पदों हेतु भर्ती प्रक्रिया की स्थिति जे.एस.वाई., आशा के मानदेय, परिवार नियोजन तथा संविदा स्टाॅफ के भुगतान को आधार लिंक खातों से किये जानेकी योजनाओं की प्रगति से भी अवगत कराया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में केन्द्र द्वारा संचालित विविध योजनाओं का लाभ भी दिया जा रहा है।