-बाल अस्थि रोग विभाग सोसाइटी, उत्तर प्रदेश ने किया द्वितीय प्रादेशिक अधिवेशन POSUPCON-2023 का आयोजन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। बच्चों के अस्थि रोगों का इलाज बड़ों के अस्थि रोगों के इलाज की तरह नहीं किया जाता है, बच्चों के इलाज का मैनेजमेंट बड़ों से अलग होता है, उनके इलाज के लिए गाइडलाइन्स भी अलग हैं। राजधानी लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश में आपातकालीन सेवाओं सहित ओपीडी-आईपीडी में बालअस्थि रोग विशेषज्ञों की अभी बहुत आवश्यकता है, लोहिया संस्थान के हड्डी रोग विभाग के नेतृत्व में बाल अस्थि रोग विभाग सोसाइटी, उत्तर प्रदेश ने लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में आज 29 अक्टूबर को अपने द्वितीय प्रादेशिक अधिवेशन ,POSUPCON-2023 का आयोजन किया। इस सम्मलेन में उत्तर प्रदेश में बाल अस्थि रोगों के उपचार की व्यवस्था मजबूत करने पर सहमति बनी।
यह जानकारी देते हुए अस्थि रोग विभाग सोसाइटी, उत्तर प्रदेश के सचिव व केजीएमयू के बाल अस्थि रोग विभाग के प्रोफ़ेसर फैसल ने बताया कि अस्थि रोगों से ग्रस्त बच्चों की संख्या काफी है। उन्होंने बताया कि केजीएमयू में ही रोज 150 बच्चे ओपीडी में आते हैं। अधिवेशन के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान,भोपाल व रायपुर के निदेशक प्रो अजय सिंह और केजीएमयू की वाईस चांसलर प्रो सोनिया नित्यानंद के बीच सहमति बनी कि दोनों संस्थानों के स्टूडेंट एक दूसरे के यहाँ जाकर प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। पीडियाट्रिक ट्रामा सेंटर पृथक स्थापित करने पर भी विचार किया गया। अधिवेशन में भारत के विभिन्न प्रान्तों तथा उत्तर प्रदेश के बाल अस्थि रोग विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया।
डॉ फैसल ने बताया कि आज से चार-पांच वर्ष पूर्व बच्चों के जटिल हड्डी रोगों के इलाज के लिए उन्हें महाराष्ट्र, गुजरात जाने की सलाह दी जाती थी, परन्तु अब ऐसा नहीं है, यहाँ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में प्रो अजय सिंह के नेतृत्व में देश का पहला पीडियाट्रिक ऑर्थोपैडिक विभाग खुला, जिसके बाद से स्थितियों में सुधार आया है, स्थितियों को मजबूत बनाने की जरूरत है।
विशिष्ट अतिथि,अस्थि रोग विभाग ,के.जी.एम्.यू. के विभागाध्यक्ष ,प्रो.(डॉ) विनीत शर्मा ने POSUPCON की सफलता की शुभकामनाएं दीं। अधिवेशन में नये चिकित्सकों को कूल्हे से सम्बन्धित विकारों की सर्जरी के लिए मॉडल्स भी उपलब्ध कराए गए I इस कार्यक्रम के माध्यम से अस्थि रोग विशेषज्ञों में सेरेब्रल पाल्सी जैसे जटिल विषयों की भी चर्चा की गयी I अधिवेशन का ध्येय वाक्य “आरोग्येण अन्त्योदया” है,जिसका उद्देश्य समाज की अंतिम श्रेणी तक खड़े व्यक्ति तक अस्थि रोग से सम्बन्धित आरोग्य की कामना है I लगभग 135 चिकित्सकों की सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम में AIIMS भोपाल,किंग जॉर्ज मेडिकल विश्विद्यालय व राम मनोहर लोहिया संस्थान ने ,फैकल्टी,रेसिडेंट के आदान प्रदान कार्यक्रम की योजना पर चर्चा की।लखनऊ के प्रमुख अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ फैसल,डॉ सुरेश,डॉ संतोष कुमार,डॉ विकास वर्मा व अन्य स्थानों से आये चिकित्सकों ने जन्मजात अस्थि रोग विकृतियों व ट्रामा से सम्बंधित समस्याओं पर चर्चा की। कार्यक्रम के आयोजन में डॉ सचिन अवस्थी, डॉ विनीत कुमार का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम के सचिव डॉ प्रभात कुमार व डॉ मधुसूदन थे। कार्यक्रम का संचालन,डॉ स्वागत महापात्रा ने किया। वक्तओं के सत्रों का प्रबंध डॉ पंकज अग्रवाल,डॉ अम्मार असलम ने किया।