डॉ राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय में तीन बच्चों से हुई शुरुआत
लखनऊ। अब पैदा होते ही नवजात का आधार कार्ड बन जायेगा। इसके लिए सरकारी अस्पतालों में इसकी शुरुआत हो चुकी है। राजधानी लखनऊ स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय में इसकी शुरुआत आज 20 फरवरी को कर दी गयी है। यह आधार शिशु के जन्म से पांच साल तक मान्य होगा तथा इस आधार कार्ड से माता या पिता का आधार लिंक किया जायेगा जिसके तहत माता या पिता के अंगूठे के निशान का बायोमीट्रिक शिशु के आधार कार्ड पर दर्ज किया जायेगा।
यह जानकारी देते हुए अस्पताल के निदेशक डॉ डीएस नेगी ने बताया कि इस व्यवस्था की शुरुआत आज से अस्पताल में हो गयी है जिसके तहत पहले दिन तीन बच्चों का आधार कार्ड बनाने की कार्यवाही की गयी। उन्होंने बताया कि जन्म के बाद नवजात का जन्म प्रमाणपत्र एवं नवजात का फोटो अपलोड किया जायेगा तथा बच्चे के माता या पिता के आधार से लिंक किया जायेगा। उन्होंने बताया कि माता या पिता जिसका भी आधार लिंक किया जायेगा उसके अंगूठे का निशान भी बायोमीट्रिक में लिया जायेगा।
डॉ नेगी ने बताया कि यह सूचना यूआईडीएआई के सर्वर पर भेजी जायेगी, इसके बाद सूचना सत्यापित होने के बाद नवजात का आधार कार्ड उसके पते पर पहुंच जायेगा। उन्होंने बताया कि पांच वर्ष तक यह आधार कार्ड मान्य रहेगा इसके बाद 5 वर्ष से 15 वर्ष की आयु के बीच में फिर से बायोमीट्रिक करके बच्चे के आधार कार्ड का नवीनीकरण किया जायेगा।