-संवाद के माध्यम से अनुसंधान का उत्थान : आईआईटीआर हीरक जयंती के दौरान आइडिया शृंखला का आयोजन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। अनुसंधान और नवाचार में उत्कृष्टता के 60 वर्ष पूरे होने पर हीरक जयंती समारोह की IITR Diamond Jubilee Elocution Address (IDEA) आइडिया शृंखला के तहत सीएसआईआर-आईआईटीआर ने आज 4 जुलाई को एक विशिष्ट कार्यक्रम का आयोजन किया। संवाद के माध्यम से अनुसंधान के उत्थान को लेकर आयोजित इस कार्यक्रम में इंकोर लाइफ साइंसेज, हैदराबाद के संस्थापक एवं अध्यक्ष प्रोफेसर जावेद इकबाल द्वारा एक मुख्य व्याख्यान दिया गया। व्याख्यान में स्टेम सेल अनुसंधान और पुनर्योजी चिकित्सा में मैक्रोसाइक्लिक छोटे अणुओं के अनुप्रयोग में उन्नत वैज्ञानिक दृष्टिकोण को साझा किया गया।
प्रो. इकबाल ने स्टेम सेल अनुसंधान और पुनर्योजी चिकित्सा में मैक्रोसाइक्लिक छोटे अणुओं के अनुप्रयोग में उन्नत वैज्ञानिक दृष्टिकोण साझा किए। उनकी प्रस्तुति ने नई रणनीतियों और सत्यापन तकनीकों पर प्रकाश डाला, जिनमें न्यूरोबायोलॉजिकल अनुसंधान के परिदृश्य को नया रूप देने की क्षमता है।
ज्ञात हो पुनर्योजी चिकित्सा, जिसे पुनर्जनन चिकित्सा भी कहा जाता है, एक उभरता हुआ क्षेत्र है जो कोशिकाओं, ऊतकों और अंगों को पुनर्जीवित करने या बदलने के लिए वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग सिद्धांतों का उपयोग करता है. इसका उद्देश्य शरीर की प्राकृतिक उपचार प्रक्रियाओं को बढ़ावा देना है, जिससे क्षतिग्रस्त ऊतकों और अंगों की मरम्मत या प्रतिस्थापन हो सके।

कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ. आर. पार्थसारथी ने सभा का स्वागत किया और अतिथि का परिचय दिया। अपने व्याख्यान में, प्रो. इकबाल ने “फ्यूरान-आधारित मैक्रोसाइक्लिक छोटे अणुओं द्वारा स्टेम कोशिकाओं का न्यूरॉन्स में निर्देशित परिवर्तन : आरएनए ट्रांसक्रिप्टोमिक विश्लेषण द्वारा सत्यापन,” (“A Directed Transformation of Stem Cells to Neurons by Furan-based Macrocyclic Small Molecules: Validation by RNA Transcriptomic Analysis,”) विषय पर नवीनतम उपलब्धि को साझा करते हुए स्टेम सेल अनुसंधान और पुनर्योजी चिकित्सा में मैक्रोसाइक्लिक छोटे अणुओं के अनुप्रयोग में उन्नत वैज्ञानिक दृष्टिकोण के बारे में बताया। उन्होंने उन नवीन रणनीतियों और सत्यापन तकनीकों पर प्रकाश डाला, जिनमें न्यूरोबायोलॉजिकल अनुसंधान के परिदृश्य को नया आकार देने की क्षमता है।
व्याख्यान के बाद, मुख्य अतिथि, प्रो. डॉ. थल्लाडा भास्कर, निदेशक, सीएसआईआर-प्रगत पदार्थ तथा प्रक्रम अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-एएमपीआरआई), भोपाल द्वारा कौशल विकास कार्यक्रम के प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। सत्र की अध्यक्षता डॉ. भास्कर नारायण, निदेशक, सीएसआईआर-आईआईटीआर ने की, जिन्होंने सामाजिक प्रभाव के साथ विज्ञान को आगे बढ़ाने के संस्थान के दृष्टिकोण को दोहराया।
डॉ. कौसर अंसारी ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ अतिथियों एवं सभा का आभार व्यक्त किया।
आपको बता दें कि आइडिया शृंखला सीएसआईआर-आईआईटीआर की शैक्षणिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में काम कर रही है, जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी में परिवर्तनकारी विचारों को साझा करने के लिए प्रतिष्ठित विशेषज्ञों को एक साथ लाती है। यह न केवल संस्थान की विरासत का सम्मान करता है बल्कि राष्ट्रीय और वैश्विक चुनौतियों के लिए नवीन, सहयोगात्मक एवं प्रासंगिक अनुसंधान को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को भी मजबूत करता है।
