लखनऊ। यदि आपके टांगों की नसें उभरी हुई दिख रही हैं तो इसे नजरंदाज मत करिये यह वेरीकोज वेन नामक बीमारी के प्रारम्भिक लक्षण हो सकते हैं, इसके इलाज के लिए तुरंत चिकित्सक से सम्पर्क करें। इसमें लापरवाही करने पर घाव हो सकता है। यह जानकारी वेरीकोज वेन के इलाज के लिए की जाने वाली सर्जरी करने वाले किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू ) के जनरल सर्जरी विभाग के डॉ जितेन्द्र कुशवाहा ने दी।
केजीएमयू में सफलता के साथ हो रहा इलाज
डॉ कुशवाहा ने बताया कि नीले रंग की दिखने वाली पैरों की इन नसों में चलने पर और खड़े होने पर दर्द होता है। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों के पैरों में सूजन भी आ जाती है तथा दर्द भी होता है। उन्होंने बताया कि लापरवाही करने पर इन नसों में अल्सर वाला घाव हो जाता है, जो भर नहीं पाता है। डॉ कुशवाहा ने बताया कि केजीएमयू में इसे ठीक करने के लिए सफलतापूर्वक इलाज किया जा रहा है है। उन्होंने बताया कि सर्जरी करने के लिए अल्ट्रासाउंड कराया जाता है फिर मिनिमल एक्सेस सर्जरी यानी दूरबीन विधि से बिना ज्यादा चीर-फाड़ के सर्जरी सम्पन्न कर दी जाती है।
विभिन्न कारणों से हो जाती है यह बीमारी
वेरीकोज वेन के कारणों के बारे में उन्होंने बताया कि हृदय के वॉल्व का जीर्ण होना, जो आमतौर पर जन्मजात होता है, गर्भावस्था के चलते, लम्बे समय तक खड़े रहने के कारण, शरीर के बीच के भाग विशेषकर पेट पर दबाव के कारण तथा मोटापा होने से पैरों पर पडऩे वाले भार के कारण यह बीमारी हो सकती है।