-केजीएमयू के इमरजेंसी मेडिसिन विभाग ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय नर्सेज़ दिवस
सेहत टाइम्स
लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो हैदर अब्बास ने कहा कि नर्सेज हमारी फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं, मरीज का सबसे पहले उन्हीं से सामना होता है, कोविड काल में नर्सों की भूमिका की जितनी सराहना की जाये, कम है। उन्होंने कहा कि 1820 में जन्मी फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने 1854 में क्रीमिया के साथ हुए युद्ध में घायल सैनिकों की जिस प्रकार हाथ में लैम्प लेकर सेवा की, वह अतुलनीय था, इसीलिए उनको ‘लेडी ऑफ लैम्प‘ कहा जाता है। इसके बाद ही नर्सिंग को नयी पहचान मिली। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि हमारी नर्सें भी फ्लोरेंस नाइटिंगेल से प्रेरणा लेकर अपने सेवा कार्य को अंजाम देना जारी रखेंगी।
प्रो अब्बास ने ये विचार आज अंतर्राष्ट्रीय नर्सेज़ दिवस के अवसर पर विभाग में आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि नाइटिंगेल ने बाद में नर्सिंग स्कूल की स्थापना भी की जिससे इस पेशे को नया आयाम मिला। इस मौके पर सिस्टर इंचार्ज सुनीता चौधरी और एएनएस वंदना श्रीवास्तव ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए नर्सों को शुभकामनाएं देते हुए आह्वान किया कि उन्होंने एक ऐसे सेवाकार्य को अपनाया है जिसमें बहुत त्याग और समर्पण की आवश्यकता है, मुझे आशा है कि वे अपनी इन सेवा भावनाओं को बनाये रखेंगी। इस मौके पर अन्य नर्सिंग स्टाफ के साथ ही विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ मुकेश कुमार व अन्य रेजीडेंट्स भी उपस्थित रहे।