–29 जनवरी को लखनऊ में 18 वर्ष के ऊपर वाले 40,000 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य
सेहत टाइम्स
लखनऊ। शासन के निर्देश के क्रम में राजधानी लखनऊ में रविवार को वृहद टीकाकरण शिविर का आयोजन होगा। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। जनपद के 12 जिला चिकित्सालयों, 19 शहरी एवं ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों(सीएचसी), 52 शहरी एवं 25 ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों(पीएचसी) के कुल 383 टीकाकरण सत्र स्थलों पर कोविड टीकाकरण किया जाएगा।
यह जानकारी जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.एम.के.सिंह ने देते हुए कहा कि प्रत्येक बूथ पर लगभग 100 लाभार्थियों को कोविड का टीका लगाया जाएगा। कुल 40,000 लाभार्थियों को टीकाकृत किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान में कोविशील्ड वैक्सीन का प्रयोग करते हुए 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों को टीके की पहली, दूसरी एवं एहतियाती (प्रीकॉशन) डोज से आच्छादित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, एसजीपीजीआई, डॉ. राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, बलरामपुर चिकित्सालय, डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी चिकित्सालय, लोकबंधु राजनारायण चिकित्सालय, रानी लक्ष्मीबाई चिकित्सालय, ठाकुरगंज संयुक्त चिकित्सालय, भाऊराव देवरस चिकित्सालय, 100 शैया राम सागर मिश्रा चिकित्सालय, साढ़ामउ, अवंतीबाई चिकित्सालय, झलकारीबाई चिकित्सालय तथा 19 शहरी एवं ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों(सीएचसी), 52 शहरी एवं 25 ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कोविड टीकाकरण किया जाएगा।
ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग की सुविधा के साथ टीकाकरण स्थल पर भी पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध रहेगी। टीकाकरण के लिए लाभार्थी को पहचान पत्र (आधार कार्ड, राशन कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस) के साथ चिन्हित स्वास्थ्य केंद्र पर आना होगा जहां पर लाभार्थी का कोविन पोर्टल पर पंजीकृत करते हुए टीकाकरण किया जाएगा।
डॉ. सिंह ने बताया कि इस अभियान के सघन एवं प्रभावी पर्यवेक्षण के लिए जिलाधिकारी द्वारा प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की टीमों का गठन किया गया है। उन्होंने सभी जनपदवासियों से अपील की है कि 18 साल से अधिक आयु के सभी लोग निकटतम स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर कोविड टीके के पहली, दूसरी एवं एहतियाती डोज अवश्य लगवाएं। उन्होंने कहा कि विभिन्न शोधों से यह सामने आया है कि कोविड टीकाकरण कराने के बाद कोरोना गंभीर रूप नहीं लेता है और इसके द्वारा दूसरों के संक्रमण की संभावना कम हो जाती है।