40 चिकित्सालयों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कार्य होगा
लखनऊ. प्रदेश के सरकारी चिकित्सालयों में जल्द ही मरीजों को कम से कम समय में सुविधाजनक तरीके से सभी प्रकार की चिकित्सा सेवाएं मुहैया होंगी। साथ ही मरीज साफ-सुथरे और सुरक्षित वातावरण में अपने मन पसन्द चिकित्सक से इलाज भी करा सकेंगे। इसके लिए प्रदेश के 10 जिला चिकित्सालयों में ओपीडी एंव आपातकालीन सेवाओं में मूलभूत सुधार हेतु पायलेट प्रोजेक्ट के तहत कार्य चल रहा है। अब इसे बढ़ाकर 40 अतिरिक्त जिला चिकित्सालयों की ओपीडी एवं आपातकालीन सेवाओं में सुधार हेतु निर्णय लिया गया।
यह जानकारी प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि इस कार्य में जिला चिकित्सालयों में ई-हास्पिटल का क्रियान्वयन, मानव-संसाधन तथा जैव चिकित्सीय उपकरणों की आपूर्ति, फेसलिफ्टिंग तथा फेसिलिटी, ब्रान्डिग आदि सुधार सम्मलित है। उन्होंने बताया कि सरकारी चिकित्सालयों की ओ0पी0डी0 और इमरजेंसी वार्ड में काफी भीड़ होती है। मरीजों के साथ तीमारदारों को भी कतिपय परेशानी उठानी पड़ती है और उनका समय भी ज्यादा लगता है। इसको दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश सरकार ने अस्पतालों की ओपीडी और इमरजेंसी सेवाओं को और अधिक बेहतर तथा आसान बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए विश्व बैंक की मदद ली जा रही है। उन्होंने बताया कि नवीनतम तकनीकी का प्रयोग कर ओपीडी और इमरजेंसी सेवाओं को सुदृढ़ किया जायेगा। यहां मरीजों और तीमारदारों के बैठने, पेयजल, शुद्ध वातावरण, गर्मी के मौसम में वातानुकूलित व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि पायलेट प्रोजेक्ट के तहत राज्य के 10 चिकित्सालयों में ओ0पी0डी0 और इमरजेंसी को सुदृढ़ बनाने का कार्य चल रहा है। इसमें लखनऊ के बलरामपुर चिकित्सालय, वीरांगना अवंतीबाई चिकित्सालय तथा लोकबंधु राजनाराण चिकित्सालय शामिल है। इसके अलावा पं0 दीन दयाल उपाध्याय चिकित्सालय, अलीगढ़, टी0बी0 सपू्र हास्पिटल, इलाहाबाद, जिला चिकित्सालय गोरखपुर, जिला चिकित्सालय कुशीनगर, पं0 दीन दयाल उपाध्याय चिकित्सालय वाराणसी, जिला चिकित्सालय अम्बेडकर नगर तथा जिला चिकित्सा मेरठ को सुदृढ़ किया जा रहा है।
श्री सिंह ने बताया कि राजकीय चिकित्सालयों में मूलभूत सुधार के लिए विश्व बैंक की सहायता ली जा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार के विशेष आमंत्रण पर विश्व बैंक के प्रमुख जुनैद अहमद की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधि मण्डल ने कल यहां उनसे मुलाकात की और सरकारी चिकित्सालयों में कैसे बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया हो, अस्पताल की ओ0पी0डी0 तथा इमरजेंसी सेवाओं को और बेहतर कैसे बनाया जाये आदि बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।