-अमेरिकी संस्था केएचए ने वर्चुअल समारोह में डॉ गुप्ता को किया सम्मानित
सेहत टाइम्स
लखनऊ। यहां राजधानी स्थित गौरांग क्लिनिक एंड सेंटर फॉर होम्योपैथिक रिसर्च (जी सी सी एच आर) के संस्थापक एवं वरिष्ठ होम्योपैथिक विशेषज्ञ डॉ गिरीश गुप्ता को अमेरिका की कविता होलिस्टिक एप्रोच (केएचए) द्वारा लगातार दूसरे वर्ष हैनिमैन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
7 मई को देर रात वर्चुअल रूप से आयोजित एक सम्मान समारोह में डॉ गिरीश गुप्ता को यह पुरस्कार कविता होलिस्टिक एप्रोच की प्रेसिडेंट डॉ कविता कुकुनूर द्वारा प्रदान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुंबई के वरिष्ठ होम्योपैथ विशेषज्ञ डॉ जवाहर शाह ने की। इस मौके पर डॉ कविता कुकुनूर ने कहा कि डॉ गिरीश गुप्ता की नयी किताब एक्सपेरिमेंटल होम्योपैथी आने वाले नये चिकित्सकों के लिए निश्चित ही प्रेरणास्रोत साबित होगी। उन्होंने कहा कि डॉ गुप्ता की शोध जो क्लासिकल होम्योपैथी पर आधारित है, यही वह विधि है जिस पर चलने का रास्ता होम्योपैथी के जनक डॉ सैमुअल हैनिमैन ने दिखाया था।
ज्ञात हो क्लासिकल होम्योपैथी की सबसे खास बात यह है कि लक्षणों के अनुसार उपचार के लिए उपलब्ध अनेक दवाओं में से एक दवा का चुनाव किया जाता है। ज्ञात हो होम्योपैथी में एक ही रोग के लिए अनेक दवाएं उपलब्ध हैं, मरीज विशेष के लक्षणों को देखते हुए उसके लिए कौन सी दवा का चुनाव किया जाये, यह चिकित्सक की काबिलियत पर निर्भर करता है।
इस मौके पर डॉ गिरीश गुप्ता ने कहा कि यह 21वीं सदी है अब सबूत के साथ कार्य करने की आवश्यकता है जो बात आप कहें, जो भी आप उपचार करें, उसके साक्ष्य हों तभी दुनिया को पता चलेगा और वह मानेगी। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की इसी कार्यशैली से होम्योपैथी आगे बढ़ेगी। ऑनलाइन आयोजित इस कार्यक्रम में हैदराबाद के साथ ही भारत के अनेक शहरों के अलावा अमेरिका, ब्राजील जैसे अनेक देशों के चिकित्सक व अन्य लोग शामिल हुए।