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तनाव के चलते युवा वर्ग हो रहा हृदय रोगों का शिकार

-मेयो मेडिकल सेंटर पर लगी कैथ लैब, कार्यशाला का भी आयोजन

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। बदलती जीवन शैली और कार्य क्षेत्र में बढ़ते तनाव के कारण युवा वर्ग में हृदय रोग की बीमारी तेजी से बढ़ रही है, यह एक चिन्‍ता का विषय है।

यह बात हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ मुकुल मिश्र ने मेयो मेडिकल सेंटर के तत्‍वावधान में गोमती नगर स्थित होटल हयात में आयोजित हृदय रोग पर आयोजित कार्यशाला में कही। उन्‍होंने कहा कि अभी तक जो बीमारी बुजुर्गों की मानी जाती थी, अब युवा वर्ग में आ गयी है। उन्‍होंने बताया कि 30 से 40 वर्ष आयु के युवा इसके शिकार हो रहे हैं। इसका मुख्‍य कारण है तनाव। उन्‍होंने कहा कि तनाव और ब्‍लड प्रेशर का बढ़ना हृदय रोग का पहला लक्षण है। उन्‍होंने कहा कि समय से अगर इस बीमारी का इलाज कर लिया जाये तो इसे गंभीर होने से हम बचा सकते हैं।

इस मौके पर हार्ट केयर सेंटर के चीफ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ सत्येंद्र तिवारी ने कहा कि बेहतर और तत्काल इलाज मुहैया कराकर हृदय रोग से होने वाली मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। इससे पूर्व मेयो मेडिकल सेंटर में कैथ लैब का उद्घाटन भी हुआ। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि हृदय रोग विशेषज्ञ प्रोफ़ेसर मुकुल मिश्रा ने कहा कि‍ राजधानी वासियों को हृदय रोग के इलाज के लिए अब लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल में वेटिंग लिस्ट लंबी होने के कारण समय से मरीज को इलाज नहीं मिल पाता है, और उसकी मृत्यु हो जाती है।

इस मौके पर न्यू मेडिकल सेंटर के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर के एन सिंह ने हृदय रोगियों के इलाज के लिए स्थापित यूनिट मेयो मेडिकल हार्ट केयर सेंटर के विशेषज्ञों को संबोधित कर उनका उत्साहवर्धन किया।

इस मौके पर बताया गया कि मेयो मेडिकल सेंटर में अत्याधुनिक जर्मन तकनीक से युक्त कैथ लैब स्थापित की गई है इसमें हृदय रोग से संबंधित समस्त प्रोसीजर एंजियोप्लास्टी, बैलूनिंग, स्टंटिंग, पेसमेक (टेंपरेरी और परमानेंट) सभी तरह का इलाज किया जाएगा। सेंटर के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ रितेश गंगवार ने बताया कि अन्य अस्पतालों की तुलना में मेयो हार्ट केयर सेंटर में काफी कम खर्च पर इलाज मुहैया कराने का निर्णय लिया गया है। कार्यशाला में प्रदेश के अनेक हृदय रोग विशेषज्ञों ने भाग लिया।