वर्ल्ड एंटीबायोटिक अवेयरनेस वीक के मौके पर 3000 लोगों से पूछे गये सवाल, किया गया जागरूक
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। क्या आप जानते हैं कि ज्यादातर लोग एंटीबायोटिक का सही तरह से प्रयोग नहीं कर रहे हैं, सही तरह से प्रयोग का तात्पर्य पूरा डोज न लेने से है, ज्यादातर लोग तबीयत ठीक होने के बाद डॉक्टर से पूछे बिना दवा खाना बंद कर देते हैं। यह बात आज विश्व एंटीबायोटिक जागरूकता सप्ताह पर स्टेट फार्मेसी कौंसिल के पूर्व अध्यक्ष, सिविल अस्पताल के चीफ फार्मेसिस्ट सुनील यादव के नेतृत्व में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम के तहत विभिन्न अस्पतालों में आने वाले मरीजों से पूछे जाने वाले प्रश्नों में सामने आयी। आपको बता दें कि एंटीबायोटिक दवाओं का जहां बिना जरूरत प्रयोग नुकसानदायक है, वहीं जरूरत होने पर इसका कोर्स बीच में बंद करना भी हानि पहुंचाता है।
यह जानकारी देते हुए सुनील यादव ने बताया कि मरीजों से पूछने के लिए 15 प्रश्नों की प्रश्नावली तैयार की गयी थी, तथा प्रश्न पूछने के लिए इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर, डॉक्टर ऑफ फार्मेसी (फार्मा डी), एम फार्मा, बी फार्मा, डी फार्मा के लगभग 250 शिक्षार्थियों की अलग अलग टीमें तैयार की गयी थी। इन टीमों ने प्रश्नावली के 15 प्रश्नों को लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल, सिविल अस्पताल, केजीएमयू, इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज में करीब 3000 मरीजों से पूछे गये।
सुनील यादव ने बताया कि इसका उद्देश्य एंटीबायोटिक अवेयरनेस वीक के अवसर पर जनता को जागरूक करते हुए एंटीबायोटिक के गलत प्रयोग करने वाले लोगों के बारे में पता लगाना था।
उन्होंने बताया कि सभी लोगों से जो 15 सवाल किये गये उनमें
1 आपको क्या परेशानी है ?
2 क्या आप कोई दवा ले रहे हैं ?
3 क्या आपको पता है कि आपको जो बीमारी है उसके लिए एंटीबायोटिक्स लेना जरूरी है ?
4.क्या आप सिर्फ डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाई लेते हैं।
5 क्या आप अपने घर में भविष्य के लिए कोई एंटीबायोटिक दवा रखते हैं ?
6 क्या आप बिना सलाह के दुकान से दवा लेते हैं।
7 अगर आपको ऐसा लगता है कि आप दवा लेने के बीच में ठीक हो गए हैं तो क्या आप दवा बंद कर देते हैं ?
8 क्या आप सही समय पर बताई गए नियमों के अनुसार समय पर दवाई ले रहे हैं ?
9 अगर आप कभी दवा भूल गए हैं तो क्या आपने डॉक्टर या फार्मेसिस्ट से उसके बारे में पूछते हैं ?
10 क्या आपने जो दवा खायी और जिससे आप ठीक हुए उसी तरीके की दवा लेने की सलाह दूसरे व्यक्ति को भी दे देते हैं ?
11 क्या आप गले में खराश होने पर सर्दी जुकाम होने पर या हल्के बुखार होने पर एंटीबायोटिक अपने आप लेते हैं ?
12 क्या आप किसी मरीज को छूने के पहले अपना हाथ ठीक से धोते हैं ?
13 क्या आपको कभी किसी फार्मेसिस्ट नहीं एंटीबायोटिक के योग यूज के बारे में बताया
14 आपको उस डॉक्टर पर विश्वास है जो एंटीबायोटिक प्रिसक्राइब करते है ?
15 आपको उस डॉक्टर पर विश्वास है जो एंटीबायोटिक प्रिसक्राइब नहीं करते हैं।
उन्होंने बताया कि इन सवालों में 7वां सवाल ऐसा था जिसका जवाब हां में अधिकतर लोगों ने दिया, यानी ठीक होने पर अपने मन से दवा खाना छोड़ देते हैं।
सुनील यादव ने बताया कि ज्यादातर लोगों ने यह माना कि वह अभी तक एंटीबायटिक का सही प्रयोग नहीं कर रहे थे, और सही डोज नहीं ले रहे थे, यह भी माना कि उन्हें वास्तविक जानकारी नहीं थी लोगों ने टीम का धन्यवाद दिया राजकीय फार्मासिस्ट महासंघ के अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि इस कार्यक्रम में डॉ मोहम्मद आरिफ, डॉ वसीम, डॉ अफरोज, डॉ नेहा सहित लगभग 15 फैकल्टी मेंबर्स ने भागीदारी की। सुनील यादव ने बताया कि प्रश्नावली में पूछे गये अन्य प्रश्नों के जवाब का आकलन किया जा रहा है। जागरूकता कार्यक्रम के तहत सभी को एंटीबायोटिक के ज्यादा या कम प्रयोग, गलत प्रयोग से होने वाली हानि की जानकारी दी गयी। परचे बांटे गए तथा पोस्टर के जरिये जागरूक किया गया।
उन्होंने बताया कि कल एंटीबायोटिक जागरूकता सप्ताह के अगले कार्यक्रम के रूप में सुबह 11 बजे सिविल अस्पताल में एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत होगा उसके उपरांत गांधी प्रतिमा पर एक नुक्कड़ नाटक किया जाएगा जिसके माध्यम से आम जनता को एंटीबायोटिक के सही प्रयोग की सलाह दी जाएगी तत्पश्चात फार्मा के छात्रों द्वारा गांधी प्रतिमा से परिवर्तन चौक तक जागरूकता रैली भी निकाली जाएगी।