लखनऊ. गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत रजत पब्लिक स्कूल सईदपुर, अम्बेडकरनगर उप्र के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं0 श्री राम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 70 खण्डों का वांग्मय साहित्य स्थापित किया गया। यह वाङ्मय साहित्य गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट, गायत्री ज्ञान मंदिर इन्दिरा नगर के सक्रिय कार्यकर्ता जे सी त्रिपाठी एवं डॉ. सीपी त्रिपाठी ने अपने पिता स्व धर्मानन्द तिवारी की स्मृति में संस्थान के पुस्तकालय को भेंट किया तथा सभी छात्र-छात्राओं को भी एक-एक व्यक्तिगत रूप से पुस्तक भेंट की गयीं।
वांग्मय स्थापना के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि पूर्वजों की स्मृति में किया गया ज्ञान यज्ञ एक सर्वश्रेष्ठ कार्य है और पूर्वजों का पूर्ण आशीर्वाद मिलता है, ऐसा युग ऋषि ने माना है। ऋषि कथन है कि पूर्वजों को श्रद्धा दे वे तुम्हें शक्ति देंगे. उन्होंने बताया कि 301 पुस्तकालयों में ऋषि वांग्मय का लक्ष्य निर्धारित है. इस अवसर पर अनिल भटनागर एवं संस्थान के सभी संकाय सदस्य मौजूद थे.