स्वास्थ्य मंत्री ने स्वयं कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण
लखनऊ। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि रायबरेली के सरकारी चिकित्सालयों में 17 एक्स-रे मशीन हैं, जबकि इसके संचालन हेतु केवल 8 टेक्निशियन ही तैनात हैं। आम आदमी को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने में पूरे प्रदेश के चिकित्सालयों मेें इस दिशा में किसी भी प्रकार के सार्थक प्रयास नहीं किए गए, इसी का परिणाम है कि चिकित्सालयों में असंतुलन की स्थिति बनी हुई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने विधान परिषद में बताया, एक्सरे मशीनों की कमी दूर होगी
श्री सिंह ने यह जानकारी विधान परिषद में आज प्रश्नकाल के दौरान दिनेश प्रताप सिंह द्वारा पूछे गये सवाल के जवाब में दी। उन्होंने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, हरचन्दपुर, रायबरेली में एक नई एक्स-रे मशीन की स्थापना हेतु 4.5 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृति की जा चुकी है। जल्द ही चिकित्सालय में मशीन की स्थापना होगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में लगभग 800 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं। लेकिन इनमेंं केवल 128 एक्स-रे मशीन ही स्थापित हैं। यह एक असंतुलन पैदा करने वाला तो है ही साथ ही प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था के प्रति संवेदनहीन रवैयों का भी परिचायक है। यह स्थिति बहुत ही गम्भीर है। दुर्भाग्य है कि इस व्यवस्था के सुचारु संचालन हेतु कोई कदम नहीं उठाए गए। उन्होंने कहा कि जल्द ही चिकित्सालयों में इस कमी को दूर किया जाएगा और मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
नये चिकित्सक ज्वॉइन नहीं कर रहे
प्रश्नकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष द्वारा कतिपय बिन्दु उठाने पर इसके प्रतिउत्तर में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि वर्ष 2011 में लोक सेवा आयोग में 2091 चिकित्सकों के चयन हेतु अधियाचन भेजे गये थे। उन्होंने बताया कि इसके सापेक्ष 1784 डाक्टरों का चयन किया गया, जबकि 608 डाक्टरों ने ही विभाग में कार्यभार ग्रहण किया। इसी प्रकार वर्ष 2015 में विभाग द्वारा 5640 चिकित्सकों के चयन हेतु अधियाचन भेजा गया था, लेकिन अभी तक डॉक्टरों के चयन की कार्यवाही पूर्ण नहीं की गयी और चिकित्सालयों में चिकित्सकों की भारी कमी बनी हुई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार नियुक्ति के सम्बन्ध में काफी गम्भीर है। जल्द ही चिकित्सकों की नियुक्तियां करायी जाएंगी और आमजनों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया होगी।
इसके अलावा शशांक यादव द्वारा जिला लखीमपुर-खीरी में निर्मित 200 बेड के महिला व बाल चिकित्सा के शुरू होने की जानकारी चाही। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अस्पताल के निर्माण कार्य पूरा करने की अनुमानित तिथि दिसम्बर, 2017 है। निर्माण कार्य पूर्ण होने के उपरान्त अस्पताल का संचालन सुनिश्चित किया जाएगा।