लखनऊ। चिकित्सा शिक्षा एवं आयुष विभाग के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के 13 राजकीय मेडिकल कॉलेज यथा मेडिकल कॉलेज , कानपुर, आगरा, इलाहाबाद, मेरठ, गोरखपुर, झांसी, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, जालौन, कन्नौज, बांदा, सहारनपुर, बंदायू एवं 2 एलोपैथी चिकित्सा संस्थानों (हृदय रोग संस्थान व जेके कैंसर संस्थान, कानपुर), 2 राजकीय यूनानी मेडिकल कालेजों के यूनानी चिकित्सा शिक्षकों, यूनानी चिकित्साधिकारियों एवं आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों को प्रदेश में प्रथम बार स्थायीकरण किया गया।
105 चिकित्साधिकारियों को एसीपी का लाभ व 35 चिकित्साधिकारियों की पदोन्नति
यह जानकारी आज यहाँ उत्तर प्रदेश की अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा एवं आयुष डॉ. अनिता भटनागर जैन ने दी। डॉ. जैन ने कहा कि प्रदेश में प्रथम बार कुल 1379 चिकित्सा शिक्षकों/आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्साधिकारियों के स्थायीकरण आदेश दिये हैं, जिनमें 418 एलोपैथिक चिकित्सा शिक्षक, 866 आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी, 70 यूनानी चिकित्साधिकारी, 25 यूनानी चिकित्सा शिक्षक सम्मिलित है, इनमें 1980 से नियुक्त चिकित्साधिकारी भी शामिल है। विभाग में पहली बार 1379 चिकित्साधिकारियों का स्थायीकरण, 105 चिकित्साधिकारियों को एसीपी का लाभ व 35 चिकित्साधिकारियों की पदोन्नति देते हुए कुल 1519 चिकित्साधिकारी लाभान्वित किये गये हैं।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के राजकीय यूनानी मेडिकल कालेजों में कार्यरत कुल 2 शिक्षकों एवं 11 यूनानी चिकित्साधिकारियों, कुल 13 अधिकारियों, को इस व्यवस्था के अनुरूप एसीपी का लाभ दिये जाने सम्बन्धी आदेश भी जारी कर दिये गये हैं। वर्ष-2008 में सेवानिवृत्त 92 होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों को भी एसीपी का लाभ अनुमन्य किया गया एवं बड़ी संख्या में होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों को एसीपी दिये जाने के सम्बन्ध में कार्यवाही की जा रही है।