लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार एक ऐसा ऐप लॉन्च करेगी जिसमें दस गम्भीर बीमारियों से बचाव, उनका इलाज तथा उस बीमारी के इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल के बारे में जानकारी होगी। इस एप में दस गंभीर बीमारियों के बचाव, इलाज व मोबाइल फोन करने वाले मरीज के समीप किस अस्पताल में चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध हैं। एक क्लिक पर समस्त जानकारी उपलब्ध होगी। इसके लिए आईटी विभाग विशेष प्रकार का ऐप तैयार करेगा, इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिये जा चुके हैं। इस ऐप से शहरों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले प्रत्येक व्यक्ति तक जानकारी पहुंच सकेगी। इसके साथ ही प्रदेश में गुणवत्तायुक्त चिकित्सकीय सेवाओं के लिए ट्रीटमेंट प्रोटोकाल तैयार किया जायेगा। यह बात गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कैबिनेट मंत्री सिदार्थ नाथ सिंह ने पत्रकारों से एक मुलाकात में कही।
उत्तर प्रदेश में तैयार होगा ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल
प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त करने के लिए रोड मैप पेश करते हुये श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में चिकित्सकीय सेवाएं चरमराई हैं। जनसामान्य को संबन्धित बीमारी की जानकारी ही नही है, उन्हें नहीं पता है कि उक्त बीमारी का इलाज क्या है और किस अस्पताल में उपलब्ध है। मोबाइल एप के जरिये उन्हें समस्त जानकारी मिलेगी। मोबाइल से ही उन्हें इलाज कराने को नजदीक के अस्पताल की जानकारी मिलेगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए आशा बहुओं आदि को स्मार्ट फोन के स्थान पर फीचर फोन उपलब्ध कराये जायेंगे। ट्रीटमेंट प्रोटोकाल के सम्बन्ध में श्री सिंह ने बताया कि सामान्य बीमारियां जैसे बुखार मरीज के मरीज को गांव में डॉक्टर द्वारा पैरासिटामॉल दी जाती है, जिला अस्पतालों में जांच भी कराते हैं, वहीं शहर के बड़े सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में बुखार सें सम्बन्धित संभावित बीेमारियां व मरीज में शुगर, बीपी आदि की जांच और इलाज भी उपलब्ध कराया जाता है। ट्रीटमेंट की इस विसंगति को दूर करने के लिए प्रदेश में ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल तैयार किया जायेगा। ताकि इलाज में एकरूपता आये और हर मरीज को गुणवत्ता युक्त इलाज उपलब्ध हो। उन्होंने बताया कि पीएचसी व सीएचसी पर भी जांच व बेहतर दवाओं आदि की सुविधाएं उपलब्ध करानी होगी।