Wednesday , October 11 2023

याद है न… नये साल का अभिवादन न हाथ मिलाकर, न गले मिलकर

-कोरोना का संक्रमण अभी कम हुआ है, समाप्‍त नहीं, इसलिए सावधानी बहुत जरूरी

डॉ अनुरुद्ध वर्मा की कलम से

डॉ अनुरुद्ध वर्मा

नव वर्ष के आगमन पर होने वाले जश्नों का सभी की बेसब्री से इंतज़ार रहता है। इस बार कुछ ज्यादा ही है क्योंकि कोरोना के संक्रमण के कारण सारे पर्व मात्रा औपचारिकता बन कर ही रह गए। कोरोना का संक्रमण अभी केवल कम हुआ है रुका नहीं है इसलिए इस बार नव वर्ष के कार्यक्रमों को में विशेष सावधानी एवं सतर्कता की जरूरत है। वैसे तो सरकार ने घर के बाहर के आयोजनों पर रोक लगा रखी है परंतु घर के अंदर नव वर्ष का जश्न मनाने की अनुमति प्रदान की है। कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है और कोरोना के नये वायरस के आने की खबरों ने फिर लोगों में डर उत्पन्न कर दिया है। इसलिए नव वर्ष की खुशियाँ मनाएं जरूर मगर सेहत का भी रहे ध्यान।

नव वर्ष का स्वागत अपने घर के लोगों के साथ मिल कर ही करें, बाहर के अतिथियों को आमंत्रित करने से परहेज़ करें क्योंकि बाहरी लोगों से संक्रमण का खतरा बना रहता है । घर में के जश्न में उतने ही लोगों को शामिल करें जितनी आपके घर में आसानी से बैठ सकें। घर के आयोजन में यदि कोई अतिथि शामिल भी होता है तो मास्क एवं हाथों का सेनिटाइजेशन बहुत जरूरी है । नव वर्ष की शुभकामनाओं का आदान प्रदान केवल हाथ जोड़कर करें, हाथ बिल्कुल ही न मिलाएं, गले बिल्कुल भी ना मिलें। नव वर्ष की शुभकामनाओं का आदान प्रदान फ़ोन, एस एम एस, व्हाट्सएप्प से करें, क्योंकि यह सुरक्षित तरीका है।

नव वर्ष पर  बाहर आयोजित होने वाले किसी भी सार्वजनिक भीड़-भाड़ आयोजन जैसे मेला आदि में हिस्सा बिल्कुल न लें क्योंकि इससे संक्रमण का खतरा हो सकता है। बच्चों को भी बाहर के किसी कार्यक्रम में न शामिल होने दें नव वर्ष पर आयोजित होने वाले किसी भी आयोजन में खान पान पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। ठंडी चीज़ें जैसे आइस क्रीम न खायें, गुनगुना पानी पीएं, बाज़ार की वस्तुएं, डिब्बा बंद भोजन, तली भुनी चीज़ें, कोल्ड ड्रिंक, बाजार की मिठाई आदि खाने से परहेज़ करें।

खाने में पौष्टिक चीजें, विटामिन सी युक्त फल, गज़क, हरी सब्ज़ियों का प्रयोग करना चाहिये। कोरोना के संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस वर्ष नव वर्ष हमें घर के अंदर मनाकर ही खुशियों का इज़हार करना चाहिए जिससे सेहत पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। इस बार हमें नव वर्ष आयोजन सादे तरीके से पूरी सतर्कता से मनाना चाहिए क्योंकि जान है तो जहान है, नव वर्ष अगले साल भी मना लेगें। स्वस्थ रहें, सतर्क रहें और सावधानी पूर्वक नव वर्ष का आनंद लें।

-डॉ अनुरुद्ध वर्मा, पूर्व सदस्य, केंद्रीय होम्योपैथी परिषद 9415075558