रोबोटिक सर्जरी में न खून की जरूरत पड़ती है और न ही होता है ज्यादा दर्द
लखनऊ। किडनी में कैंसर के इलाज के लिए की जाने वाली सर्जरी तीन प्रकार की होती है, ओपन, लैप्रोस्कोपी और रोबोटिक। इसमें सबसे ज्यादा अच्छी रोबोटिक सर्जरी है, क्योंकि इसमें बहुत कम दर्द होता है, मरीज दूसरे दिन घर भी जा सकता है।
यह जानकारी यूरो ऑन्कोकॉन 2019 के मौके पर मुंबई के कोकिला बेन धीरूभाई अंबानी मेमोरियल हॉस्पिटल से आये डॉ युवराजा ने देते हुए बताया कि रोबोटिक सर्जरी बहुत ही सफल सर्जरी है। इसमें चूंकि खून का लॉस नहीं होता है इसलिए खून की जरूरत नहीं पड़ती, मरीज दूसरे दिन ही घर जा सकता है, जल्दी खाना-पीना कर सकता है, दर्द बहुत कम होता है। यूरोलॉजिकल कैंसर सर्जन डॉ युवराजा ने अब तक करीब 1500 रोबोटिक सर्जरी कर चुके हैं, इनमें 500 किडनी में कैंसर की सर्जरी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वे किडनी, प्रोस्टेट व ब्लैडर की सर्जरी करते हैं। उन्होंने बताया कि पुरुषों में प्रोस्टेट की सर्जरी कॉमन है।
उन्होंने कहा कि कैंसर की स्टेज जल्द पता चल सके इसलिए आवश्यक है कि 45 साल बाद साल में एक बार व्यक्ति को बेसिक टेस्ट यानी ब्लड टेस्ट, सोनोग्राफी और एक्सरे जरूर कराना चाहिये। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों में तो यह सर्जरी फ्री होती है लेकिन अगर प्राइवेट की बात करें तो ओपन सर्जरी में खर्च दो लाख, लैप्रोस्कोपिक में ढाई लाख तथा रोबोटिक सर्जरी में साढ़े तीन लाख रुपये आता है।