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विद्यार्थियों में तम्‍बाकू की लत कैसे लगा रहीं कंपनियां, जानकर चौंक जायेंगे आप

-कंपनियों के इस कृत्‍य को प्रो विनोद जैन ने बताया राष्‍ट्रद्रोह, तम्‍बाकू को पूर्ण निषेध करने की मांग

-केजीएमयू में विश्‍व तम्‍बाकू निषेध दिवस की पूर्व संध्‍या पर यूट्यूब पर जागरूकता संदेश का सजीव प्रसारण

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। तंबाकू कंपनियां विभिन्न ब्रांड के माध्यम से तंबाकू के प्रति युवाओं और बच्चों को झूठे प्रचार प्रसार से इसके सेवन के लिए प्रेरित कर रही हैं यह एक प्रकार का राष्ट्रद्रोह है, भारत सरकार एवं राज्य सरकारों से अनुरोध है कि विभिन्‍न फ्लेवर्स में कंपनियों द्वारा बेची जा रही तंबाकू को पूर्ण निषेध किया जाए। यही नहीं इन तम्‍बाकू कम्‍पनियों की घुसपैठ का आलम यह है कि स्‍कूलों में निबन्‍ध प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रमों को प्रायोजित कर विद्यार्थियों के मन मस्तिष्‍क में जहर घोलने के कार्य में लगी हैं। इन प्रतियोगिताओं में तम्‍बाकू-सिगरेट के सेवन से नुकसान के बारे में बताये जाने के साथ ही  ई सिगरेट पीने से नुकसान नहीं होने की भ्रामक जानकारी का बीज बोया जा रहा है। यहां गौरतलब यह है कि जब पूरा कार्यक्रम इन तम्‍बा‍कू कंपनियों द्वारा प्रायोजित कर दिया जाता है तो स्‍कूल प्रबंधन भी गलत बात के लिए कंपनियों का विरोध नहीं कर पाता है, नतीजा यह होता है कि विद्यार्थियों को भ्रामक जानकारी देकर उन्‍हें ई सिगरेट पीने के प्रति उकसाये जाने का कुकृत्‍य कंपनियों द्वारा किया जा रहा है।

यह बात आज यहां किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज के अधिष्ठाता डॉ विनोद जैन ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस के उपलाक्ष्‍य में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में यूट्यूब के माध्यम से सजीव प्रसारण में कही। प्रो जैन ने बताया कि‍ 1 घंटे तक चले इस सजीव प्रसारण को करीब 700 लोगों ने देखा। इस मौके पर चिकित्सा विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए एक पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया था यह पोस्टर इन विद्यार्थियों ने घर पर ही बना कर फोटो के माध्यम से शेयर किया। ज्ञात हो विश्व तंबाकू निषेध दिवस प्रत्येक वर्ष 31 मई को मनाया जाता है।

अपने संबोधन में प्रो विनोद जैन ने तंबाकू कंपनियों द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम जाल के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान समय में युवाओं और बच्चों को झूठे प्रचार प्रसार, सोशल मीडिया एवं अन्य तरीकों से तंबाकू सेवन के लिए प्रेरित किया जा रहा है जो कि एक प्रकार से राष्ट्रद्रोह है।

उन्होंने बताया कि किस प्रकार से तंबाकू कंपनियों द्वारा ई सिगरेट को लेकर यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि इससे धुआं नहीं निकलता है इसलिए इसका नुकसान धूम्रपान करने वाले व्यक्ति के आसपास मौजूद लोगों को नहीं होता है जबकि असलियत यह है कि ई सिगरेट पीने वाले लोगों की सांस में हेवी मेटल तत्व पाए जाने की पुष्टि काफी पहले ही हो चुकी है इसलिए पैसिव स्मोकिंग का खतरा समाप्त नहीं होता है।

डॉक्टर जैन ने कहा कि तंबाकू एक प्रकार से जहर ही है जिसको खुलेआम समाज को बेचने का काम यह तंबाकू कंपनियां कर रही हैं उन्होंने बताया कि तंबाकू के सेवन से सिर्फ कैंसर ही नहीं वरन फेफड़ों तथा हृदय से संबंधित रोगों की चपेट में आने का खतरा बना रहता है साथ ही तंबाकू सेवन से युवाओं में नपुंसकता होने का खतरा भी बना रहता है।

डॉक्टर जैन ने बताया कि प्रत्येक वर्ष विश्व भर में लगभग 82 लाख लोग तंबाकू के सेवन से होने वाले कैंसर से मौत के मुंह में समा जाते हैं तथा प्रतिदिन 2200 लोग अकेले भारत में तंबाकू सेवन से होने वाले कैंसर की वजह से मौत का शिकार हो जाते हैं उन्होंने इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए एकजुट होकर जागरूकता फैलाने का सभी से अनुरोध किया। इस मौके पर उन्‍होंने कहा कि आज भी कई ऐसी संस्‍थायें और लोग हैं जो तम्‍बाकू निषेध पर कार्य रहे हैं, इन्‍हीं में केजीएमयू के पूर्व विभागाध्‍यक्ष डॉ रमाकान्‍त शंखधर, बॉबी रमाकांत शामिल हैं।

इस मौके पर डॉ विनोद जैन ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एमएलबी भट्ट द्वारा विश्व तंबाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्‍य में दिए गए संदेश को पढ़कर सुनाया, इसमें कुलपति ने कहा कि आमजन को तंबाकू  कंपनियों के झूठे प्रचार-प्रसार के प्रभाव से दूर रहते हुए आज से ही समाज के अन्य लोगों को भी इससे दूर रहने की प्रेरणा देने के साथ ही उन्हें जागरूक किए जाने का अनुरोध किया।

इस कार्यक्रम के दौरान पोस्टर प्रतियोगिता के परिणाम घोषित करते हुए बताया कि रेडियोथैरेपी विभाग के रजत सिंह को प्रथम, एक्सरे विभाग में कार्यरत अनुष्का गुप्ता को द्वितीय तथा साधना यादव को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ, जबकि शीला सिंह को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। प्रो  जैन ने बताया इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में राघवेंद्र शर्मा, वीनू दुबे, मंजरी शुक्ला, श्याम जी, रमन आदि ने विशेष सहयोग दिया।