-लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के फीजियोलॉजी विभाग में “स्वास्थ्य और रोग में योग का प्रभाव” पर सीएमई आयोजित
सेहत टाइम्स
लखनऊ। लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ के फीजियोलॉजी विभाग, ने 20 जून को दोपहर 2:00 से शाम 5:00 बजे तक “स्वास्थ्य और रोग में योग का प्रभाव” विषय पर एक सी.एम.ई. का आयोजन किया। कार्यक्रम का आयोजन डॉ. रजनी बाला जसरोटिया, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, डॉ. सुनीता तिवारी, प्रोफेसर, फीजियोलॉजी विभाग की अध्यक्षता में किया गया तथा डॉ. मनीष कुमार वर्मा, एडिशनल प्रोफेसर, फीजियोलॉजी विभाग, कार्यक्रम के आयोजन सचिव थे।
इस सत्र में कई विशेषज्ञों ने अपनी बातें रखीं, जिनमें डॉ. विक्रम सिंह, सीएमएस, प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष, मेडिसिन विभाग, लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ, डॉ. आदर्श त्रिपाठी प्रोफेसर, मनोचिकित्सा विभाग, के.जी.एम.यू., लखनऊ, डॉ. राजकुमार यादव, प्रोफेसर, फीजियोलॉजी विभाग, एम्स, दिल्ली शामिल थे। वक्ताओं ने न्यूरोएंडोक्राइन और प्रतिरक्षा प्रभावों और तनाव से संबंधित प्रबंधन में इसकी भूमिका और चयापचय और मानसिक रोगों में इसकी भूमिका के बारे में चर्चा की।

डॉ. विक्रम ने मन और चेतना के बारे में विस्तार से बताया और आई.बी.एस., सिरदर्द-माइग्रेन, क्लस्टर, तनाव, सिरदर्द और अन्य न्यूरोलॉजिकल स्थिति जैसे मनोदैहिक रोगों पर इसके प्रभाव के बारे में विस्तार से बताया।
के.जी.एम.यू, लखनऊ के डॉ. आदर्श त्रिपाठी ने मानसिक स्वास्थ्य पर योग की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। एम्स दिल्ली के फिजियोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. आर. के. यादव ने योग पर साक्ष्य आधारित शोध और इस क्षेत्र में उभरते रुझानों और अवसरों पर विस्तार से बताया।
यह सी.एम.ई. उन चिकित्सा पेशेवरों, शोधकर्ताओं और छात्रों के लिए था जो स्वास्थ्य और रोग प्रबंधन के लिए एकीकृत दृष्टिकोण की अपनी समझ का विस्तार करना चाहते हैं।
इसके अतिरिक्त दो दिन पूर्व 18 जून को फिजियोलॉजी विभाग द्वारा “योग और वैकल्पिक चिकित्सा के माध्यम से स्वास्थ्य लक्ष्यों की प्राप्ति” शीर्षक से एक संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया था। पैनलिस्टों द्वारा इस पर बहुत अच्छी तरह से विचार-विमर्श किया गया और के.जी.एम.यू., लखनऊ के मॉडरेटर प्रोफेसर संदीप भट्टाचार्य ने बहुत प्रभावी ढंग से संगोष्ठी का संचालन किया।
