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वजह बीमारी हो या दुर्घटना, शरीर में ऑक्सीजन के रास्ते को क्लीयर रखने के गुर सिखाये

-केजीएमयू के एनेस्थीसिया और क्रिटिकल केयर विभाग में शुरू हुई दो दिवसीय एएमएफ एयरवे कार्यशाला 2025

सेहत टाइम्स

लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के०जी०एम०यू०, लखनऊ के एनेस्थीसिया और क्रिटिकल केयर विभाग द्वारा एयरवे मैनेजमेंट फाउंडेशन (एएमएफ) के सहयोग से दो दिवसीय (1-2 मार्च 2025) एएमएफ एयरवे कार्यशाला 2025 का उद्घाटन आज किया गया। यह दो दिवसीय गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम स्वास्थ्य पेशेवरों की एयरवे प्रबंधन से जुड़ी कुशलताओं को विकसित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है, जिससे वे नैदानिक परिस्थितियों में सामान्य और जटिल एयरवे संबंधी स्थितियों को प्रभावी रूप से संभाल सकें।

यह जानकारी देते हुए कार्यशाला के आयोजन सचिव डॉ प्रेम राज सिंह ने बताया कि कार्यशाला का उद्घाटन कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने किया। इस अवसर पर प्रो. अमिता जैन (डीन-अकादमिक्स, केजीएमयू). डॉ. राकेश कुमार (निदेशक, एएमएफ), डॉ. मोनिका कोहली (विभागाध्यक्ष, एनेस्थीसिया विभाग, केजीएमयू एवं आयोजन अध्यक्ष), डॉ. पी. के. दास (विभागाध्यक्ष, एनेस्थीसिया विभाग, आरएमएलआईएमएस, लखनऊ), डॉ. ममता हरजाई (प्रोफेसर, आरएमएलआईएमएस एवं सह-आयोजन सचिव) और डॉ. प्रेम राज सिंह (आयोजन सचिव, एएमएफ कार्यशाला) उपस्थित रहे। कार्यशाला में एनेस्थीसिया, क्रिटिकल केयर और आपातकालीन चिकित्सा में एयरवे प्रबंधन के महत्व को उजागर किया गया।

इस कार्यशाला का नेतृत्व डॉ. राकेश कुमार कर रहे हैं, उनका साथ देशभर के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों जैसे एम्स, पीजीआई चंडीगढ़, बीएचयू, दिल्ली, जम्मू और देहरादून के विशेषज्ञ दे रहे हैं। इस कार्यशाला में डॉ. सुनील कुमार, डॉ. शक्ति दत्त शर्मा, डॉ. अनिल मिश्रा, डॉ. रेनू वाखलू, डॉ. रंजू सिंह, डॉ. नीरू गुप्ता कुमार, डॉ. भावना सक्सेना, डॉ. वीणा अस्थाना, डॉ. कविता मीना और डॉ. रीना ने अपनी विशेषज्ञता साझा की और प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया।

डॉ सिंह ने बताया कि कार्यशाला के दौरान, प्रतिभागियों को आधुनिक उपकरणों, सिमुलेशन मॉडल और नवीनतम एयरवे डिवाइसेस की सहायता से उन्नत एयरवे मूल्यांकन और प्रबंधन तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इंटरैक्टिव सत्रों ने प्रतिभागियों को वास्तविक जीवन की आपातकालीन वायुमार्ग स्थितियों को संभालने का व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया, जिससे उनकी कार्यक्षमता और आत्मविश्वास में वृद्धि हुई। कार्यशाला ने विशेषज्ञों और प्रतिभागियों के बीच ज्ञान साझा करने का एक प्रभावी मंच भी प्रदान किया।

इस कार्यशाला में प्रतिभागियों को आधुनिक उपकरणों, सिमुलेशन मॉडल और नवीनतम एयरवे डिवाइसेस की सहायता से उन्नत वायुमार्ग मूल्यांकन और प्रबंधन तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इंटरैक्टिव सत्रों ने प्रतिभागियों को वास्तविक जीवन की आपातकालीन वायुमार्ग स्थितियों को संभालने का व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया, जिससे उनकी कार्यक्षमता और आत्मविश्वास में वृद्धि हुई। कार्यशाला ने विशेषज्ञों और प्रतिभागियों के बीच ज्ञान साझा करने का एक प्रभावी मंच भी प्रदान किया।

उन्होंने बताया कि एएमएफ एयरवे कार्यशाला 2025 चिकित्सा शिक्षा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में उभरकर आई है, जो एयरवे प्रबंधन की दक्षताओं को मजबूत कर रोगी देखभाल में सुधार लाने पर केंद्रित है। यह कार्यक्रम डॉक्टरों और स्वास्थ्य पेशेवरों को आवश्यक विशेष प्रशिक्षण प्रदान कर एनेस्थीसिया, आपातकालीन चिकित्सा और गहन चिकित्सा इकाइयों में उनकी दक्षता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे रोगियों को अधिक सुरक्षित और प्रभावी उपचार मिले।

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