विश्व दृष्टि दिवस पर निकाली गयी केजीएमयू से एरा मेडिकल कालेज तक जागरूकता रैली
लखनऊ। हमारे अति महत्वपूर्ण अंगों में से एक आंखों की देखभाल के प्रति सतर्क रहना जरूरी है। यदि आंख की समस्या का समय पर इलाज करा लिया जाए तो रोग आगे नहीं बढ़ता। इसी तरह अगर व्यक्ति के न रहने के बाद उसकी आंख से कोई रंगबिरंगी दुनिया देख पाता है तो इससे अच्छी और क्या बात हो सकती है। इसके लिए नेत्रदान को बढ़ावा मिलना चाहिये। ये विचार गुरुवार को एरा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अब्बास अली मेंहदी ने जागरूकता रैली के समापन पर व्यक्त किये।
एरा विश्वविद्यालय के मिनी ऑडोटोरियम में आयोजित समापन कार्यक्रम में आंखों का सही समय पर इलाज के महत्व को बताते हुए प्रो. मेंहदी ने कहा कि यदि ऑखों के मरीज का समय से इलाज हो जाये तो चार में से तीन व्यक्तियों को अंधेपन से बचाया जा सकता है। कलाम सेन्टर से शुरू हुई रैली को चिविवि के कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने झंडी दिखाकर कर रवाना किया, लोगों को नेत्रदान तथा नेत्र की सुरक्षा के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से छात्रों ने कलाम सेंटर पर एक नुक्कड़ नाटक भी पेश किया। नाटक के माध्यम से आंखों की बीमारियो एवं अन्धेपन से बचने के उपाय एवं सावधानियों के बारे में भी बताया गया।
केजीएमयू के कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने कहा कि आंखों की सुरक्षा के लिए लोगों को जागरुक होना होगा। किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय एवं एरा विश्वविद्यालय लम्बे समय से मिलकर काम कर रहे हैं और यह कार्यक्रम उन्हीं सहयोगी कार्यक्रमों में से एक है। कार्यक्रम में केजीएमयू के डीन फैकल्टी ऑॅफ पैरामेडिकल प्रो. विनोद जैन, प्रो. रियाज मेंहदी, डीन, फैकल्टी ऑॅफ पैरामेडिकल प्रो. एके शर्मा, डीन फैकल्टी ऑॅफ एलाइड हेल्थ साइंस, आप्टोमेटरी विभाग विभागाध्यक्ष डॉ. प्रगति गर्ग एवं रागिनी मिश्रा भी उपस्थित थीं।