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जिन क्षेत्रों में जाने में कतराते हैं डॉक्टर, वहां के लिए है यह तरकीब

उड़ीसा, छत्तीसगढ़, आन्ध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश में सफल है यह योजना

 

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि दूरदराज के जिन इलाकों में डॉक्टर जाने में कतराते हैं उन जगहों पर भी मरीज को इलाज देने की सुविधा दी जायेगी. इसके तहत उस क्षेत्र में स्थित स्वास्थ्य केन्द्रों पर थ्री डी टाइप की मशीन के जरिये मरीज को शहर में बैठे डॉक्टर द्वारा देखा जा सकेगा. इस मशीन को चलाने के लिए आशा और एएनएम को ट्रेनिंग दी जायेगी. इस तरह से टेली मेडिसिन के जरिये दूरदराज इलाकों में बैठे मरीजों को भी सरकारी इलाज का लाभ वहीँ पर मिल सकेगा. इस कदम से डॉक्टरों की कमी पूरी करने में भी मदद मिलेगी.

 

सिद्धार्थनाथ सिंह ने आज बलरामपुर चिकित्सालय की आधुनिक अग्निशमन संरचना एवं धन्वन्तरि केन्द्र बलरामपुर चिकित्सालय द्वारा संचालित नवीनीकृत अटल विश्रामालय का लोकार्पण करने के दौरान अपने संबोधन में कहा कि इस तरह की सुविधा देने के लिए लगभग 400 से 500 मशीन लाने की तैयारी की जा रही है. उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था उड़ीसा, छत्तीसगढ़, आन्ध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश में चल रही है और सफल है. उन्होंने कहा कि इससे हमें डॉक्टरों की कमी पूरी करने में भी मदद मिलेगी.

 

उन्होंने कहा कि इसी प्रकार ‘ई-अस्पताल’ मरीजों के लिए अत्यंत उपयोगी सुविधा है, जिसके चलते यह बहुत तेजी से लोकप्रिय है। इसके माध्यम से रोगी को कहां दिखाना है, कब अस्पताल आना है जैसी सूचनाएं रोगी के रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर उपलब्ध होंगी। यह सुविधा कुछ अस्पतालों में लागू है और शीघ्र ही अन्य अस्पतालों में भी इसे लागू किया जायेगा। इस सुविधा के तहत जब आप अस्पताल में डॉक्टर को दिखाना चाहते हैं तो मोबाइल पर ही अपना नंबर बुक कर लें. उन्होंने कहा कि इसके बाद इस कड़ी में हम लोग एक और सुविधा देने की तैयारी कर रहे हैं कि मोबाइल पर ही एसएमएस आ जायेगा कि आपका नंबर आने में कितना समय है जिससे आपको अस्पताल में भीड़ में इंतजार न करना पड़े. उन्होंने कहा कि शीघ्र ही प्रदेश में 100 ई-अस्पताल लाने की उनकी योजना है। इससे अस्पतालों में भीड़ को कम करने में सहायता मिलेगी। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए अस्पतालों की इन्फ्रास्ट्रक्चर सुविधाएं बढ़ायी जा रही हैं।

इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय के इमरजेंसी, पैथोलॉजी  ब्लाक एवं कंगारू केयर का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि लगभग 40 प्रतिशत रोगियों की रिकवरी कंगारू केअर के माध्यम से होती है। यह कम वजन और समय से पहले जन्में बच्चों के लिए वरदान है। यह बच्चों को प्रेम, आवश्यक गर्माहट, माँ के दूध का भरपूर पोषण और संक्रमण से बचाने की शक्ति देकर उसकी जीवन रक्षा करता है। उन्होंने कहा कि डाक्टर और अन्य स्टाफ गर्व महसूस करते हुए काम करें और ऐसा माहौल बनाएं जिससे लोग बड़ी संख्या में सरकारी इलाज कराने आये। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की नई-नई तकनीकों को उलपब्ध कराने हेतु उनकी सरकार दृढ़ संकल्पित है।  इस अवसर पर लखनऊ के महापौर संगीता भाटिया, निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक बलरामपुर चिकित्सालय डा0 राजीव लोचन, अध्यक्ष आईएमए डा0 सूर्यकान्त भी उपस्थित रहे.

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