Thursday , March 28 2024

भत्‍ता और अनुग्रह राशि का नियम सभी स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों के लिए होना चाहिये

-प्रदेश भर के सभी विधाओं के फार्मासिस्‍ट 25 मई के आंदोलन को पूरी तरह तैयार

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के आह्वान पर चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारियों को 25% प्रोत्साहन भत्ता दिए जाने और कोविड-19 से शहीद होने पर सभी के परिजनों को 50 लाख की अनुग्रह राशि दिए जाने की मांग को लेकर प्रदेश भर के सभी विधाओं, सभी विभागों के फार्मेसिस्ट कल जोरदार आंदोलन में भागीदारी करेंगे। फार्मेसिस्ट फेडरेशन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष सुनील यादव की अध्यक्षता में आज हुई वर्चुअल बैठक में प्रदेश के सभी विधाओं के फार्मेसिस्ट प्रतिनिधियों तथा सभी विभागों व विशिष्ट संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भागीदारी की और आंदोलन का निर्णय लिया।

महामंत्री अशोक कुमार ने बताया कि बैठक में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा और डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष संदीप बडोला ने प्रदेश के फार्मेसिस्टों को उक्त कार्यक्रम में भागीदारी के लिए आवाहन किया।

फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि लगभग एक वर्ष से ज्यादा समय से कोविड 19 में सरकारी कार्य सम्पादित करते हुए कई साथी संक्रमित हो चुके है कई साथी हम सबका साथ छोड़ चुके हैं सरकार के द्वारा कई भत्ते बन्द कर दिये गए है वर्तमान समय मे 25% भत्ता दिए जाने का आदेश हुआ है वह भी स्वास्थ्य विभाग के कुल कर्मचारियों का 3% कर्मचारी को ही मिलेगा प्रचार-प्रसार ऐसा हुआ कि समस्त कर्मचारियों को भत्ता दिया जाएगा। जिन कर्मचारियो की संक्रमण से मृत्यु हो चुकी है उन्हें भी बीमा की अनुग्रह राशि नहीं प्राप्त हुई है।

उपाध्यक्ष राजेश सिंह ने कहा कि क्या नॉन कोविड हॉस्पिटल में कार्य करने वाले कर्मचारियों को जिनकी मृत्यु संक्रमण से हो गई है बीमा  राशि तत्काल नही मिलना चाहिये ऐसे कर्मचारी जो संक्रमण काल मे कार्य कर रहे है उन्हने नहीं मिलना चाहिये? वरिष्ठ उपाध्यक्ष जे पी नायक ने कहा कि हमारा मत है सभी मृतक कर्मचारी के परिवार को बीमा राशि जल्द से जल्द मिलना चाहिये एवम समस्त कोविड नॉन कोविड ,व संक्रमण काल मे कार्य कर रहे कर्मचारियों को प्रोत्साहन भत्ता दिया जाना चाहिये।

परिषद के जनपद अध्यक्ष सुभाष श्रीवास्तव ने बताया कि उक्त मांग को लेकर कल 25 मई को प्रतीकात्मक आंदोलन का निर्णय लिया गया है। फार्मासिस्ट महासंघ उत्तर प्रदेश की वर्चुअल बैठक में महासंघ के अध्यक्ष सुनील यादव के साथ प्रांतीय पदाधिकारियों, जोनल कोऑर्डिनेटर, प्रदेश के लगभग 40 जिलों के पदाधिकारियो,सदस्यों, केजीएमयू, अन्य मेडिकल कॉलेज, पीजीआई, लोहिया संस्थान, सैफई आयुर्विज्ञान संस्थान, समाज कल्याण, कारागार, वेटेनरी, आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी आदि के प्रतिनिधियों ने भागीदारी की। सभी ने शासनादेश का विरोध करने, आंदोलन सफल बनाने का संकल्प लिया । सभी ने कहा कि यह मांग सबके लिये है संगठन को मजबूत करते हुए बिना किसी भेदभाव के अपने व अपने साथियों के लिये आवाज उठाने में सहभागिता करेंगे।

लखनऊ के जिलाध्यक्ष सुभाष श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्य कार्यक्रम जिसमे सभी मुख्य प्रांतीय पदाधिकारी भाग लेंगे वह बलरामपुर चिकित्सालय में अपराहन 1:00 बजे संपन्न होगा वही सिविल अस्पताल में यह कार्यक्रम प्रातः 9:30 चिकित्सालय के गेट नम्बर एक पर संपन्न किया जाएगा , जिसमें चिकित्सालय के सभी वर्गों के अधिकारी और कर्मचारी भागीदारी करेंगे, इसके साथ ही लोहिया, मेडिकल कॉलेज सहित ग्रामीण क्षेत्रों के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी कार्यक्रम संपन्न होगा । ग्रामीण क्षेत्र का मुख्य कार्यक्रम सरोजिनी नगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रांगण में संपन्न होगा । कार्यक्रम में कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाएगा। श्री यादव ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री सहित सभी वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान आकर्षण करना है। महासंघ को पूरी उम्मीद है कि मुख्यमंत्री तक व्यवहारिक बातें पहुंचने के बाद शासनादेश में तत्काल संशोधन कर दिया जाएगा।